CG भारी बारिश अलर्ट: मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी... बारिश की संभावना... वज्रपात की भी आशंका... जानिए कहां कब बरसेंगे बादल?....

Chhattisgarh Heavy rain alert, Meteorological department issued a warning रायपुर। मध्य समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका गंगानगर हिसार हरदोई गोरखपुर पटना रांची बालासोर पूर्व दक्षिण पूर्व होते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी से गुजर रही है। उत्तर दक्षिण द्रोणिका माध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर पर छत्तीसगढ़ से दक्षिण मध्य कर्नाटक तथा लगा हुआ आंध्र प्रदेश तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है तथा एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात भी हो सकती है।

CG भारी बारिश अलर्ट: मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी... बारिश की संभावना... वज्रपात की भी आशंका... जानिए कहां कब बरसेंगे बादल?....
CG भारी बारिश अलर्ट: मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी... बारिश की संभावना... वज्रपात की भी आशंका... जानिए कहां कब बरसेंगे बादल?....

Chhattisgarh Heavy rain alert, Meteorological department issued a warning

 

रायपुर। मध्य समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका गंगानगर हिसार हरदोई गोरखपुर पटना रांची बालासोर पूर्व दक्षिण पूर्व होते हुए उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी से गुजर रही है। उत्तर दक्षिण द्रोणिका माध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर पर छत्तीसगढ़ से दक्षिण मध्य कर्नाटक तथा लगा हुआ आंध्र प्रदेश तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है तथा एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात भी हो सकती है।

 

प्रदेश में दिनांक 7 सितंबर को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है। मानसून द्रोणिका अपने सामान्य स्थिति पर वापस आ जाने के कारण प्रदेश में मानसून की गतिविधि में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। उत्तर-दक्षिण द्रोणिका छत्तीसगढ़ से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।

 

मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर गंगानगर, हिसार, हरदोई, गोरखपुर, पटना, रांची, बालासोर, और उसके बाद पूर्व उत्तर पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 7 सितंबर 2022 को बनने की संभावना है, इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र पश्चिम -मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर उसके अगले 48 घंटे में बनने की संभावना बन रही है।

 

राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 1044.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज छह सितम्बर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1998.8 मिमी और सरगुजा में जिले में सबसे कम 480.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।

 

राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 783.4 मिमी, बलरामपुर में 764.2 मिमी, जशपुर में 779.9 मिमी, कोरिया में 723.3 मिमी, रायपुर में 788.5 मिमी, बलौदाबाजार में 1012.9 मिमी, गरियाबंद में 1097.4 मिमी, महासमुंद में 1041.5 मिमी, धमतरी में 1156.7 मिमी, बिलासपुर में 1216.1 मिमी, मुंगेली में 1126.9 मिमी, रायगढ़ में 980.1 मिमी, जांजगीर-चांपा में 1169.2 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।

 

कोरबा में 940.6 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 907.1 मिमी, दुर्ग में 876.8 मिमी, कबीरधाम में 960.2 मिमी, राजनांदगांव में 1017.8 मिमी, बालोद में 1129.9 मिमी, बेमेतरा में 627.6 मिमी, बस्तर में 1456.8 मिमी, कोण्डागांव में 1127.5 मिमी, कांकेर में 1345.9 मिमी, नारायणपुर में 1181.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 1454.7 मिमी और सुकमा में 1112.0 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।