CG- कांसे की थाली में पारम्परिक भोजन: किसान के घर में जय-वीरू ने साथ किया भोजन, CM भूपेश ने कलेक्टर को दिए ये निर्देश....
Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel and Minister TS Singhdev had Lunch together in the farmer house, Chief Minister gave instructions to the Collector कवर्धा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए कवर्धा विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहसपुर लोहारा के साहू पारा पहुचे। मोहन साहू और पूरे परिवारजनों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान मोहन के घर कांसे की थाली में छत्तीसगढ़ का पारम्परिक भोजन किए। मुख्यमंत्री को भोजन में दाल, चावल, लाल भाजी, गुमी भाजी, भजिया कढ़ी और बड़ी, बिजौडी परोसा गया।




Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel and Minister TS Singhdev had Lunch together in the farmer house, Chief Minister gave instructions to the Collector
कवर्धा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के लिए कवर्धा विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहसपुर लोहारा के साहू पारा पहुचे। मोहन साहू और पूरे परिवारजनों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान मोहन के घर कांसे की थाली में छत्तीसगढ़ का पारम्परिक भोजन किए। मुख्यमंत्री को भोजन में दाल, चावल, लाल भाजी, गुमी भाजी, भजिया कढ़ी और बड़ी, बिजौडी परोसा गया।
मुख्यमंत्री का एक झलक पाने लोगो की पारा में भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री बघेल के साथ कबीरधाम जिले के प्रभारी मंत्री टी एस सिंहदेव, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर, किसान मोहन साहू, कलेक्टर जनमेजय महोबे पारम्परिक भोजन ग्रहण कर रहे हैं। भोजन के दौरान मोहन साहू ने बताया कि वह भूमिहीन है।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जांच करा लें, यदि भूमिहीन है और पात्रत्रा में आते है तो मोहन साहू को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का लाभ दे। उन्होंने बताया कि इस योजना से भूमिहीन श्रमिको को प्रतिवर्ष 7 हजार रुपए की सहायता दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा की लोगों की आय में वृद्धि हो, देश में हम गोबर बेच कर आय में वृद्धि कर रहे हैं। गोबर से अब पेंट भी बन रहे हैं। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के तहत रोजगार दे रहे हैं। सी-मार्ट बनाया गया है, 28 जिला में बन गया है। बाकी जिलों में भी जल्द बनाएंगे। स्व-रोजगार की दिशा में हम लगातार बढ़ रहे हैं। स्वावलंबन की ओर बढ़ रहे हैं। ये सरकार की योजना नहीं, आम जनता की योजना है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान किसानों को पैरा दान की अपील की और कहा कि पैरा जलाए नहीं, इसे जलाना नहीं है। गोठान में पैरा दान करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन में सबका योगदान हो, मौसम में परिवर्तन हो रहा है। कार्बन उत्सर्जन को रोकना है। जिस तरह रामसेतु के निर्माण में गिलहरी का योगदान था। उसी तरह हमारा भी योगदान हो। जैविक खेती अपनाकर खुद को स्वस्थ रखें। इसे अपनाए। गेहूं बोएं और लाभ कमाए। यूरोप और यूक्रेन में गेंहू का संकट है। इसे ध्यान में रखते हुए इसकी खेती करें।