CG SP त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी Apollo से रायपुर रेफर…एसपी को रायपुर ले जाने बना ग्रीन कॉरिडोर…..रायपुर के हास्पिटल में होगी प्लास्टिक सर्जरी…..कल हाथियों के हमले में हुए थे घायल………

CG SP त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी Apollo से रायपुर रेफर…एसपी को रायपुर ले जाने बना ग्रीन कॉरिडोर…..रायपुर के हास्पिटल में होगी प्लास्टिक सर्जरी…..कल हाथियों के हमले में हुए थे घायल………

नयाभारत डेस्क : GPM जिला SP त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी श्वेता बंसल का उपचार रायपुर में होगा। इसके लिए गुरुवार सुबह बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल से परिजन उन्हें रायपुर लेकर जा रहे हैं। दंपती की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। IPS बंसल और उनकी पत्नी सहित 4 वनकर्मी बुधवार शाम हाथियों के हमले में घायल हुए हैं। इसके बाद दंपती को GPM जिला अस्पताल से अपोलो रेफर किया गया था।

डॉक्टरों के ऑब्जर्वेशन में आया कि सर में चोट होने से वहां प्लास्टिक सर्जरी करनी पड़ेगी। प्लास्टिक सर्जरी के लिए आज उन्हें रायपुर रिफर किया गया। रायपुर के कालरा हास्पिटल में उनके सर की प्लास्टिक सर्जरी की जाएगी। जीपीएम एसपी के घायल होने की सूचना पर बिलासपुर रेंज आईजी रतन लाल डांगी व बिलासपुर एसपी दीपक झा भी अपोलो हास्पिटल पहुँच गए थे। आज उन्हें रायपुर शिफ्ट करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया जिसकी मॉनिटरिंग खुद बिलासपुर रेंज आईजी रतन लाल डांगी व बिलासपुर के एसपी दीपक झा तथा रायपुर के एसपी प्रशान्त अग्रवाल कर रहे थे। रायपुर में उनकी सर्जरी की जाएगी।

घटना के समय मौजूद लोग कहते हैं कि हाथियों को इतने करीब से कभी नहीं देखा था। अचानक से इतने हाथियों को सामने देख होश उड़ गए। SP त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी के साथ आए गनमैन व पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने भागने लगे। सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि कुछ समझ नहीं आया। धूल-मिट्‌टी का गुबार छंटा तो SP और उनकी पत्नी गायब थे। उन्होंने इसकी सूचना अफसरों को दी। जानकारी मिलते ही फोर्स जंगल में पहुंच गई।

सूचना के कुछ देर बाद ही कलेक्टर नम्रता गांधी सहित पुलिस अफसर, थानेदार और वन विभाग की टीम अमारू जंगल पहुंच गई। ग्रामीणों के साथ वन विभाग की टीम पटाखे फोड़कर हाथियों के झुंड को जंगल से भगाने की कोशिश करने लगी। SP साहब और उनकी पत्नी के लिए आसपास सर्चिंग शुरू की गई। जंगल में करीब 100 मीटर अंदर खून से लथपथ SP त्रिलोक बंसल अपनी पत्नी को कंधे पर लेकर आते दिखाई दिए। उनका तत्काल प्राथमिक उपचार कर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया।