छ.ग जांजगीर-चांपा: जन चौपाल में युवक की गुजारिश... सर, मुझे एक पत्नी दिला दो, खाना बनाने में दिक्कत है, शादी करा दो और घर बसा दो.

CG Janjgir-Champa: The request of the young man in Jan Chaupal

छ.ग जांजगीर-चांपा: जन चौपाल में युवक की गुजारिश... सर, मुझे एक पत्नी दिला दो, खाना बनाने में दिक्कत है, शादी करा दो और घर बसा दो.
छ.ग जांजगीर-चांपा: जन चौपाल में युवक की गुजारिश... सर, मुझे एक पत्नी दिला दो, खाना बनाने में दिक्कत है, शादी करा दो और घर बसा दो.

NBL, 01/06/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. CG Janjgir-Champa: The request of the young man in Jan Chaupal... Sir, give me a wife, there is a problem in cooking, get married and settle down.

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में जिला प्रशासन के जनचौपाल में 63 आवेदनों के बीच एक युवक ने पत्नी की फरियाद कर सबको हैरान कर दिया। समस्या सुलझाने लगाए गए शिविर में कुंवारे युवक ने अपने अकेलेपन की ऐसी व्यथा अधिकारियों के सामने रखी कि सभी अफसर सोच में पड़ गए, पढ़े विस्तार से... 

युवक ने जिला प्रशासन के अफसरों से गुहार लगाई कि मुझे बीवी दिलवा दीजिये...। उसकी शादी कराई जाए, ताकि उसका घर बार बस जाए। उन्होंने अफसरों को यह भी बताया कि उसे खाना बनाने और कपड़ा धोने में बहुत परेशानी होती है।

दरअसल, यह पूरा मामला जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के भैसों गांव का है। लोगों की समस्या सुलझाने जिला प्रशासन ने जन चौपाल का आयोजन किया था। एक-एक कर अधिकारी भी सबकी शिकायत सुन रहे थे। इस बीच भैसों गांव निवासी गोविंद कश्यप (42 वर्ष) आवेदन लेकर पहुंचा। अफसर को आवेदन दिया, जिसे पढ़ वह भी हैरान रह गए। अफसर खुद को हसने से रोक भी नहीं पाए। युवक ने आवेदन में शादी नहीं होने और बीवी नहीं होने की वजह से होने वाली परेशानियों का जिक्र किया है। युवक ने अफसरों से उसका घर संवारने की गुहार लगाई है।

गोविंद की बातों को सुनकर हस पड़े अफसर
दरअसल, मुख्यमंत्री अभी विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर जा रहे हैं। उनके दौरे से पहले जिला प्रशासन के अफसर गांव-गांव पहुंचकर लोगों से समस्या पूछ रहे हैं। जांजगीर-चांपा जिले के भैसों गांव में अफसरों ने जनचौपाल लगाकार लोगों की समस्या सुनी। गोविंद कश्यप भी अफसरों के पास अपनी समस्या का समाधान कराने पहुंच गया। गोविंद ने अधिकारियों से कहा कि उसकी शादी करवाई जाए, जिससे उसे पत्नी मिल जाएगी। मैं अभी भटक रहा हूं।

पत्नी नहीं होने के कारण खाना बनाने और कपड़ा धोने में परेशानी होती है। मुझे अच्छा भी नहीं लगता। नौकरी भी नहीं है, जिसके कारण घर पर ही रहता हूं। खेती बाड़ी से गुजर बसर चल रहा है। गोविंद की बात सुनकर अफसर भी हस पड़े। अफसरों ने उसे अपने समाज के प्रमुखों से बात करने भी कहा।