CG - 37 मवेशियों की मौत : छत्तीसगढ़ के इस जिले में 37 मवेशियों की मौत से मचा हड़कंप, सामने आई मौत की ये वजह, सवालों के घेरे में जिम्मेदार....

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के चंगोरी गांव के गौठान में 37 मवेशियों के मौत के मामले में पशु चिकित्सा विभाग के 3 चिकित्सकों ने मवेशियों का पोस्टमार्टम किया।

CG - 37 मवेशियों की मौत : छत्तीसगढ़ के इस जिले में 37 मवेशियों की मौत से मचा हड़कंप, सामने आई मौत की ये वजह, सवालों के घेरे में जिम्मेदार....
CG - 37 मवेशियों की मौत : छत्तीसगढ़ के इस जिले में 37 मवेशियों की मौत से मचा हड़कंप, सामने आई मौत की ये वजह, सवालों के घेरे में जिम्मेदार....

जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के चंगोरी गांव के गौठान में 37 मवेशियों के मौत के मामले में पशु चिकित्सा विभाग के 3 चिकित्सकों ने मवेशियों का पोस्टमार्टम किया। प्रारंभिक तौर पर मवेशियों की मौत का कारण जहर से होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं चिकित्सा विभाग के अधिकारी मवेशियों का विसरा (किडनी, लीवर, दिल, पेट के अंगों का सैंपल) फॉरेंसिक जांच के लिए रायपुर भेजने की तैयारी में हैं। 

मवेशियों की मौत लगभग सप्ताह भर पहले होने की बात कही जा रही है। इस बीच कई मवेशियों के शव को कुत्ते खा चुके हैं और कौवे , चील उनके शरीर को नोच रहे हैं । फसल अभी पूरी तरह नहीं कटी है इसलिए मवेशियों को गोठान में रखा गया था लेकिन गोठान में बिना पैरा और पानी के रखने के कारण इतनी संख्या में मवेशी मरी हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि एक सप्ताह से मृत मवेशी पड़ी हैं। गोठान में इतनी संख्या में मवेशियों के मृत होने पर दुर्गंध फैल रही है। इन मृत मवेशियों के शव को छुपाने कुछ मवेशियों को गोठान में बनी नालियों में फेंका गया है पर मवेशी इतनी संख्या में हैं कि सभी को छुपाना संभव नहीं हो सका है। यह मौतें गोठान में पैरा न होने की वजह से बताईं जा रही है। कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इन मवेशियों की हो रही मौतों को देखकर दो मे से एक चौकीदार ने चौकीदारी ही छोड़ दी क्योंकि भूख से तड़प कर मरती मवेशियों को देखना उसे गंवारा नहीं था। ये मवेशी बेसहारा बताईं जा रही हैं। इस मामले में पंचों का कहना है कि सरपंच की मनमानी से सभी परेशान हैं और हमें अब भी यह पता नहीं है कि गोठान अध्यक्ष कौन है। गोठान से सौर उर्जा चलित पंप , फेसिंग तार और कुछ चीजें चोरी हो गई है परंतु सरपंच को इसकी परवाह नहीं है। इतनी संख्या में मवेशियों की मरने की खबर सुनकर बिलासपुर गौ रक्षक समिति के सदस्य और बजरंग दल पौड़ी दलहा के सदस्य क्षितिज सिंह, मनजीत ठाकुर, बाबा शर्मा ,उपेंद्र मिश्रा, दीपक पटेल एवं महेश्वर शुक्ला सहित अन्य सदस्य चंगोरी पहुंचे और मामले की शिकायत एसडीएम विक्रांत अंचल से की।

इधर चंगोरी गांव के सरपंच और सचिव एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आए। सचिव का कहना है कि चुनाव से पहले सरपंच को गौठान की चाबी सौंप दी गई थी। धान कटाई के बाद सभी मवेशियों को गौठान से बाहर कर दिया गया था। लेकिन अभी मवेशी सरपंच ने रखा है और मवेशियों के चारा पानी के इंतजाम के लिए तीन कर्मचारियों को नियुक्त किया गया था। वहीं सरपंच ने मवेशियों के गौठान में आने से अनभिज्ञता जताई और बड़े षड्यंत्र होने का आरोप लगाया। इस मामले में गौ सेवक बजरंग दल ने सरपंच और सचिव को मवेशियों की मौत के लिए जिम्मेदार बताया। साथ ही दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।