CG - शिक्षक मांगने डीईओ कार्यालय पहुंचे बच्चे, DEO ने लगाई फटकार, दी ये धमकी, छात्रा ने मीडिया के सामने रो-रोकर बताई आपबीती.....

राजनाद गांव जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षक न होने के कारण बच्चे स्कूल में पढ़ाई नहीं कर पाते। जब कुछ छात्राएं कलेक्टर जन चौपाल में डीईओ के सामने अपनी इस समस्या को लेकर गईं तो डीईओ ने बच्ची को बुरी तरह से फटकार कर भगा दिया।

CG - शिक्षक मांगने डीईओ कार्यालय पहुंचे बच्चे, DEO ने लगाई फटकार, दी ये धमकी, छात्रा ने मीडिया के सामने रो-रोकर बताई आपबीती.....
CG - शिक्षक मांगने डीईओ कार्यालय पहुंचे बच्चे, DEO ने लगाई फटकार, दी ये धमकी, छात्रा ने मीडिया के सामने रो-रोकर बताई आपबीती.....

राजनांदगांव। राजनाद गांव जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षक न होने के कारण बच्चे स्कूल में पढ़ाई नहीं कर पाते। जब कुछ छात्राएं कलेक्टर जन चौपाल में डीईओ के सामने अपनी इस समस्या को लेकर गईं तो डीईओ ने बच्ची को बुरी तरह से फटकार कर भगा दिया। डीईओ की डांट के बाद कक्षा 12वीं की छात्राएं रोती हुईं कलेक्टोरेट से बाहर निकलीं।
 
डीईओ के व्यवहार से आहात छात्र-छात्राओं में से एक आरती साहू ने मीडिया के समक्ष फूट-फूटकर रोते हुए बताया कि आलिवारा शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक शाला के हायर सेकेंडरी स्कूल में पिछले दो साल से 11वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए कोई व्याख्याता नहीं है और इस वजह उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है, जिसके चलते वह अपने सहपाठियों और परिजनों के साथ जनदर्शन के दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल से मुलाकात करने गई थी। उनकी समसस्याओं को सुनने के बाद कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी और बच्चियों को डीईओ के पास भेज दिया।

हालांकि, जब बच्चियाँ डीईओ के पास गईं और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन प्रस्तुत किया, तो डीईओ ने उन्हें जमकर फटकार लगाकर भेज दिया। इस अप्रत्याशित व्यवहार से बच्चियाँ बेहद निराश और दुखी हो गईं। उन्होंने रोते हुए मीडिया से अपनी स्थिति साझा की, बच्चों ने आरोप लगाया कि डीईओ ने उनके साथ गलत तरीके से बात की, डीईओ ने उन्हें ऑफिस से जाओ यहां बहस मत करो कहकर भगा दिया। साथ ही कहा कि ऐसा आवेदन किसने लिखवाया है? तुम लोग जिंदगी भर जेल की हवा खाओगे।

पालकों ने बताया कि पिछले दो साल से आलिवारा में हायर सेकेंडरी के क्लासिस लग रही हैं लेकिन एक भी शिक्षक स्कूल में नहीं है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हो रही है। हाई स्कूल के शिक्षक पढ़ा रहे थे, लेकिन कई विषयों के शिक्षक नहीं हैं। कलेक्टर ने दो दिन के अंदर शिक्षक व्यवस्था करने का आश्वाशन दिया है, लेकिन डीईओ ने बच्चों के साथ गलत तरीके से बात की, तभी बच्चे रो रहे हैं। परिजनों ने बताया कि बच्चों ने आवेदन में लिखा है कि अगर तीन दिन में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं होगी तो स्कूल में धरना प्रदर्शन करेंगे और ताला लगा देंगे।

DEO ने दी ये सफाई

इस मामले में डीईओ ने फोन पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बच्चों को कानून अपने हाथ में न लेने की सलाह दी और शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात की।