Business Ideas : किसानों को मालामाल कर देगी केले की खेती, खेती के लिए सरकार देगी 62 हजार रुपये, ऐसे उठायें लाभ, यहाँ करें आवेदन...
Business Ideas: Banana farming will make farmers rich, the government will give 62 thousand rupees for farming, take advantage like this, apply here... Business Ideas : किसानों को मालामाल कर देगी केले की खेती, खेती के लिए सरकार देगी 62 हजार रुपये, ऐसे उठायें लाभ, यहाँ करें आवेदन...




Business Ideas :
नया भारत डेस्क : अगर आप भी खेती से जुड़कर बंपर कमाई करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस आइडिया दे रहे हैं, जिसमें आप घर बैठे अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं बाजार में भटकने की जरूरत नहीं है। हम बात कर रहे हैं केला की खेती (Banana farming) के बारे में। एक बार केले के पौधे लगाने पर 5 साल तक फल मिलते हैं। केला एक खेती नकदी फसल है। इसमें किसानों को तुरंत पैसे मिलते हैं। आज कल किसान केले के खेती के जरिए अच्छी कमाई कर रहे हैं। (Business Ideas)
केले की खेती पर सरकार देगी 62 हजार रुपये :
बता दें कि देश के किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं (Sarkari Yojana) चलाई जा रही हैं जिनका लाभ भी उन्हें मिल रहा है। बिहार सरकार की ओर से टिश्यू कल्चर तकनीक से केले की खेती के लिए किसानों को लागत की 50 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। प्रति हेक्टेयर केले की खेती की लागत 1 लाख 25 हजार रुपये रखी गई है। 50 प्रतिशत सब्सिडी के तौर पर किसानों को इसकी खेती पर कुल 62500 रुपये मिलेंगे। इस तकनीक के इस्तेमाल से केले की फसल, परंपरागत तरीके के मुकाबले करीब 60 दिन पहले प्राप्त हो जाती है। साथ ही उपज भी ज्यादा मिलती है। (Business Ideas)
क्या टिश्यू कल्चर तकनीक ?
टिश्यू कल्चर तकनीक में पौधे के उत्तकों का एक छोटा टुकड़ा उसके बढ़ते हुए ऊपरी हिस्से से लिया जाता है। इस टिश्यू के टुकड़े को एक जैली में रखा जाता है जिसमें पोषक तत्व और प्लांट हार्मोन्स होते हैं। ये हार्मोन्स पौधे के ऊतकों में कोशिकाओं को तेजी से विभाजित करते हैं और इनसे कई कोशिकाओं का निर्माण होता है। इससे पौधे का विकास आम तकनीक से खेती करने में ज्यादा होता है। (Business Ideas)
कितनी आएगी लागत :
जानकारी के मुताबिक, एक हेक्टेयर में केले की खेती करने में करीब 125,000 रुपये लागत आती है। इसमें 5 लाख रुपये तक की आसानी से बचत हो जाती है। एक्सपर्ट्स का मानना है बाकी फसलों के मुकाबले केले में जोखिम कम है। केले की फसल उगाने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करने से लागत कम हो जाती है। किसानों को गोबर की खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। केले की कटाई के बाद जो कचरा बचता है उसे खेत के बाहर नहीं फेंकना चाहिए। इसे खेत में ही पड़ा रहना चाहिए, जो कि खाद का काम करता है। इससे केले की पैदावार में इजाफा होता है। (Business Ideas)
एक बार पौधे लगाने से 5 साल होगी कमाई :
केले के पौधों को लगाने के बाद ये 5 साल तक फल देते हैं। इनकी देखरेख के लिए निराई-गुड़ाई बेहद जरूरी है। सिंघापुरी के रोबेस्टा नस्ल के केले खेती के लिए बेहतर माना जाता है। इससे उपज अधिक मिलती है। किसानों का मनना है कि केले की खेती में रिस्क कम और फायदा अधिक है। लिहाजा किसान केले की खेती की ओर रूख कर रहे हैं। एक पौधा करीब 60 से 70 किलो की पैदावार दे सकता है। (Business Ideas)
किसानों को यहां करना होगा आवेदन :
इच्छुक किसान बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय की वेबसाइट टिश्यू कल्चर पद्धति से केले की खेती के लिए आवेदन हेतु आपको बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए किसानों के पास आधार कार्ड, खेती की जमीन के कागजात, मोबाइल नंबर, बैंक खाता पासबुक होना चाहिए। इसके बाद किसानों के आवेदन का सत्यापन करने के बाद उनके खाते में सब्सिडी की राशि भेज दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए किसान नजदीकी जिला उद्यान विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं। (Business Ideas)
सब्सिडी के लिए हेतु आवेदन आवश्यक दस्तावेज :
किसानों को सरकारी योजनाओं में सब्सिडी के लिए आवेदन हेतु कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ती है। वे इस प्रकार से हैं-
- आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड
- आवेदन करने वाले किसान के खेती की जमीन के कागजात
- बैंकपास बुक की प्रथम पृष्ठ की कॉपी
- आवेदन करने वाले किसान का मोबाइल नंबर