Draupadi Murmu : स्कूल की सामान्य टीचर ,आदिवासी महिला नेता द्रौपदी मुर्मू का पार्षद से सर्वोच्च पद की उम्मीदवार तक सफर…पति की हार्टअटैक से मौत..फिर दोनों बेटों को खोया, हादसों से भरा ‘भावी राष्ट्रपति’ द्रौपदी मुर्मू का जीवन ;जानिए कौन हैं द्रोपदी मुर्मू...
bjp president candidate Draupadi Murmu Know who is Draupadi Murmu Modi's master stroke! School's general teacher, tribal woman leader Draupadi Murmu's councilor to highest position candidate .... husband's death due to heart attack.. then lost both sons, life of 'future president' Draupadi Murmu full of accidents; Know who is Draupadi Murmu




bjp president candidate Draupadi Murmu Know who is Draupadi Murmu
नयी दिल्ली 22 जून 2022। देश को पहली बार आदिवासी समुदाय से एक राष्ट्रपति देने की तैयारी है। NDA ने द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी बनाया है। द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान कर पार्टी ने एक तरफ आदिवासी समुदाय को साधने का काम किया है तो वहीं दूसरी तरफ महिला सशक्तिकरण को लेकर भी संदेश दिया है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी की तरफ से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया है.
Draupadi Murmu :पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान करते वक्त इस बात पर जोर दिया कि इस बार एक महिला राष्ट्रपति को मौका मिलना चाहिए.द्रौपदी मुर्मू की बात करें तो वे देश की पहली आदिवासी राज्यपाल बनाई गई थीं. वे साल 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रही थीं.
Draupadi Murmu : जानकारी के लिए बता दें कि देश के नए राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी. चुनाव आयोग ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है. अधिसूचना जारी किए जाने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है।
Draupadi Murmu :द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में हुआ था।द्रौपदी मुर्मू राजनीति में कदम रखने से पहले एक शिक्षिका के रूप में कार्य कर चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू 18 मई 2015 को झारखण्ड की राज्यपाल बनी थी। वो झारखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल थी। वो वर्ष 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं। वो पहली ओडिया नेता हैं जिन्हें किसी भारतीय राज्य की राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वो भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री रही। 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रहीं।
Draupadi Murmu :द्रौपदी मुर्मू अपनी सादगी के लिए भी याद की जाती हैं। राजभवन में रहते हुए भी उनकी सादगी की हमेशा चर्चा होती रही। वे खुद शाकाहारी हैं। उन्होंने पूरे राजभवन परिसर में मांसाहार पर रोक लगाई। राज्यपाल के रूप में मुर्मू प्रतिदिन विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा किसी समस्या लेकर आनेवाले लोगों से मुलाकात करती थीं।द्रौपदी मुर्मू झारखंड के राज्यपाल के रूप में हमेशा आदिवासियों, बालिकाओं के हितों को लेकर सजग और तत्पर रहीं। आदिवासियों के हितों से जुड़े मुद्दों पर कई बार उन्होंने संज्ञान लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिए। झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बननेवाली द्रौपदी मुर्मू का छह साल एक माह अठारह दिनों का कार्यकाल विवादों से भी परे रहा।
Draupadi Murmu :विश्वविद्यालयों की चांसलर के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने अपने कार्यकाल के दौरान चांसलर पोर्टल पर सभी विश्वविद्यालयों के कॉलेजों के लिए एक साथ ऑनलाइन नामांकन शुरू कराया।द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन में लंबे समय तक शिक्षक के रूप में काम किया. जिस प्रकास से सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे थे, वैसे ही द्रौपदी मुर्मू ने भी एक अहम भूमिका निभाई है. आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वालीं द्रौपदी मुर्मू छह साल एक महीने तक झारखंड की राज्यपाल रही हैं. मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर की रहने वाली हैं. मुर्मू का कल ही जन्मदिन था. वो 64 साल की हैं.द्रौपदी मुर्मू की बात करें तो वे देश की पहली आदिवासी राज्यपाल बनाई गई थीं. वे साल 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं. राज्यपाल का पद संभालने से पहले द्रौपदी मुर्मू बीजेपी की S.T. मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रह चुकी थीं.
दोनों बेटों और पति को खोया
Draupadi Murmu :साल 2009 में द्रौपदी मुर्मू की जिंदगी में पहली बार भयंकर तूफान तब आया जब उनके पुत्र की रहस्यमय ढंग से मौत हो गई। वो इस सदमे से निकल भी नहीं पायी थी कि महज तीन वर्ष बाद 2012 में सड़क हादसे के कारण उनका दूसरा पुत्र भी काल कलवित हो गया। उनके पति श्याम चरण मुर्मू का कार्डियक अरेस्ट के कारण पहले ही निधन हो चुका था। अब केवल द्रौपदी मुर्मू की एक विवाहित पुत्री हैं जो भुवनेश्वर में रहती हैं।
पिछले वर्ष राज्यपाल के पद से हटी हैं मुर्मू
Draupadi Murmu : bjp president candidate 2022: द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी महिला होंगी। आर्ट्स से ग्रैजुएट मुर्मू ने अपने करियर की शुरुआत एक क्लर्क के रूप में की थी, फिर वो टीचर बन गईं। बाद में उन्होंने राजनीति का रुख किया और 1997 में पहली बार निगम पार्षद बनीं। ओडिशा के रैरंगपुर विधानसभा सीट से दो बार बीजेपी विधायक बनने के बाद वो 2000 से 2004 के बीच नवीन पटनायक सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें 2015 में झारखंड का राज्यपाल बनाया। उनका कार्यकाल पिछले वर्ष 2021 में समाप्त हुआ है।
(Modi's master stroke! School's general teacher, tribal woman leader Draupadi Murmu's councilor to highest position candidate .... husband's death due to heart attack.. then lost both sons, life of 'future president' Draupadi Murmu full of accidents; Know who is Draupadi Murmu)