बस्तर की रेलवे सुविधाओं की मांग को लेकर बस्तर सांसद का रेलवे के खिलाफ सत्याग्रह ,क्या रेल रोको आंदोलन में होगा तब्दील? - मुक्ति मोर्चा/जनता कांग्रेस जे




एनएमडीसी नगरनार स्टील प्लांट का केंद्र सरकार के निवेशिकारण के विरुद्ध बस्तर के जनप्रतिनिधियों ने खनिज को बस्तर से नही ले जाने देने का किया था। ऐलान,समय की मांग,बस्तर के अधिकार के लिए ,बस्तर के जनप्रतिनिधी निभाए अपना वादा - नवनीत चांद
बस्तर के जनप्रतिनिधी यदि बस्तर हितों के मुद्दो को लेकर ,रेल रोको आंदोलन का हिमत दिखा करे संखनाथ, तो बस्तर हितों के लिए, मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस जे भी रेलवे ट्रेक पर सयुक्त रूप से बैठने को तैयार - नवनीत चांद
जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य सयोजक व जनता को को कांग्रेस जे के बस्तर जिला अध्यक्ष ने बयान जारी करते हुए कहा , की बस्तर हितों की लडाई लड़ने की बात कहने वाले बस्तर के जनप्रतिनिधी बस्तर की जनता को बताए की , भौगोलिक क्षेत्र में बस्तर केरल राज्य से बड़ा होने के बावजूद भी आज पर्यंत तक रेलवे व अन्य बुनियादी सुविधाओं को लेकर पिछड़ा क्यों है ?
बस्तर सांसद द्वारा लोकसभा में बस्तर रेलवे की सुविधाओं को पुनः चालू करने से संबंधित मांगो को लेकर सदन में विभाग से सवाल किया था।
जिसका माकूल जवाब आज पर्यंत तक नहीं मिलने पर ,बस्तर जिले के जगदलपुर रेलवे स्टेशन में एक दिविशीय सत्याग्रह का ऐलान किया है।जो बस्तर हितों के मद्देनजर स्वागत योग्य है। पर सवाल यह भी है। जो बस्तर की जनता बस्तर के जनप्रतिनिधियो से पूछना चाहती है की , उनके द्वारा बस्तर हितों से जुड़े मुद्दे नगरनार स्टील प्लांट के केंद्रीय निवेशिकारण के फैसले ,रेलवे सुविधाओं में पक्षपात के विरुद्ध बस्तर के अधिकार व हितों के संरक्षण के लिए बस्तर से उत्खनित एक भी खनिज का टुकड़ा बस्तर से बाहर नहीं ले जाने देने का एलान किया था।
उस वादे का क्या हुआ ? समय व बस्तर की जनता की मांग अनुसार,हिमत जूटा रेल रोको आंदोलन का भी ऐलान कर , बस्तर के जनप्रतिनिधी बस्तर की जनता से किया वादा निभाए।
यदि बस्तर के जनप्रतिनिधी बस्तर हितों व अधिकारों के संरक्षण के लिए बस्तर के रेलवे ट्रेक में बैठते है। तो जनता कांग्रेस जे व बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा भी सयुक्त रूप से रेलवे ट्रेक में बैठने को तैयार।