CG असिस्टेंट बैंक मैनेजर गिरफ्तार: धोखेबाज निकली असिस्टेंट बैंक मैनेजर.... बुजुर्ग ग्राहक का ATM कार्ड रख लिया.... रुपए निकालती रही.... शिकायत के बाद भाग निकली.... पुणे से पकड़कर लाई पुलिस.... युवती गिरफ्तार.......

Bank manager turned out to be fraudulent kept the ATM card of the elderly customer withdrawing money

CG असिस्टेंट बैंक मैनेजर गिरफ्तार: धोखेबाज निकली असिस्टेंट बैंक मैनेजर.... बुजुर्ग ग्राहक का ATM कार्ड रख लिया.... रुपए निकालती रही.... शिकायत के बाद भाग निकली.... पुणे से पकड़कर लाई पुलिस.... युवती गिरफ्तार.......

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रायपुर। असिस्टेंट बैंक मैनेजर धोखेबाज निकली। बुजुर्ग ग्राहक का ATM कार्ड रख लिया। रुपए निकालती रही। शिकायत के बाद भाग निकली। पुलिस ने 30 साल की युवती को गिरफ्तार किया है। यह लड़की पेशे से इंडसइंड बैंक में असिस्टेंट मैनेजर का काम करती है। अपने ही बैंक के 73 साल के बुजुर्ग ग्राहक को लूटा। बुजुर्ग को जानकारी दिए बगैर उसका ATM खुद रख लिया और रकम निकालती रही। मोहतरमा यहीं नहीं रुकीं। उसने बुजुर्ग को बिना बताए उसके परिजन का बीमा करवा दिया। इसमें भी रकम की गड़बड़ी की। पुणे से पुलिस पकड़कर लाई।

थाना तिल्दा नेवरा के निवासी केशव शरण वैष्णव का खाता इंडसइंड बैंक शाखा तिल्दा में है। एटीएम बना हुआ है। किन्तु केशव शरण वैष्णव खाता धारक को एटीएम उपयोग करने नहीं आता था। बैंक के सहायक मैनेजर आरोपिया सुमिता त्रिपाठी के द्वारा यह संज्ञान रखते हुये कि खाता धारक सेवानिवृत्त वृद्ध व्यक्ति है जिसे एटीएम उपयोग करने नहीं आता उससे आर्थिक लाभ लेने के आशय से जान बूझकर खाता धारक के एटीएम को बिना उसकी सहमति के अपने पास रखकर दिनांक 05.08.2018 एवं दिनांक 25.08.2018 को कार्ड स्वाईप कर ट्रांजेक्शन कर क्रमश 1367 / रू. 147/ रू को गलत तरीके से खर्च कर दुरुपयोग किया गया है।

इसी प्रकार खाता धारक की बिना अनुमति के एटीएम कार्ड के माध्यम से दिनांक 29.09.2018 को 40,000/ रू नगद आहरण कर खाताधारक को न देकर खाताधारक के साथ छलपूर्वक धोखाघडी किया गया है। इंडसईड बैंक शाखा तिल्दा के मैनेजर सुनील कुमार देवांगन, डिप्टी ब्रांच मैनेजर प्रताप कुमार दास, रिजनल हेड बृजेश तिवारी एवं ब्रांच मॉनिटरिंग यूनिट विजय आहूजा के द्वारा आरोपिया सुष्मिता त्रिपाठी का बचाव करते हुये उसके खिलाफ कोई त्वरित कार्यवाही नहीं किये उन्होंने बैंक की छवी को बचाने का प्रयास करते हुये गामले को दबाने का प्रयास किये है। 

आरोपिया सुष्मिता त्रिपाठी के द्वारा एक वृद्ध पेंशनधारी खाताधारक को भ्रम में रखकर केशव शरण वैष्णव की पत्नि व लडकी के भी बीमा पॉलिसिया की गई है खाता धारक केशव शरण वैष्णव के खाते में पर्याप्त रकम होने के बावजूद संबंधित बीमा कंपनियों को खाता धारक के खाते से बीमा की रकम का पेमेट भी न कर आरोपिया सुष्मिता त्रिपाठी के द्वारा बैंक एवं बीमा पॉलिसी नियमों की भी अवहेलना की गई है जिसके संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक एवं अधिनस्थ कर्मचारियों के द्वारा आरोपियों के उत कृत्यों को जानबूझकर अनदेखा कर आरोपिया का समर्थन करते हुये उसके विरूद्ध कोई भी वैधानिक कार्यवाही नहीं किया गया है। 

आरोपीगण के द्वारा आरोपिया के साथ मिलकर एक राय होकर अपराधिक कृत्य में संलिप्त होना पाये जाने से आरोपियों के विरूद्ध अपराध धारा कायम कर विवेचना में लिया गया प्रकरण में विवेचना के दौरान पतासाजी हेतु पुणे महाराष्ट्र पुलिस स्टाफ गया था जो पतातलाश पर प्रकरण की मुख्य आरोपिया सुष्मिता त्रिपाठी के मिलने पर विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय जेएमएफसी न्यायालय पिंपरी पुणे महाराष्ट्र से ट्रांजिट रिमाण्ड पर थाना तिल्दा नेवरा लाया गया। 

आरोपिया को ज्यूडिशियल रिगांड हेतु माननीय जेएमएफसी न्यायालय तिल्दा नेवरा पेश किया गया। इसी प्रकार गिरफ्तार आरोपिया सुष्मिता त्रिपाठी के विरूद्ध पूर्व में बैंक मे काम करने के दौरान थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर छ०० में अप.क. 721 / 2021 धारा 420 34 भादवि पंजीबद्ध है।