छत्तीसगढ़ : बांस के आभूषण : बाँस से टोकरियाँ, घर का साज-सज्जा का सामान, कुर्सियाँ आदि बनाने के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन यह कान के छल्ले, टॉप, नौलखा हार, झुमके सहित अन्य सुंदर आभूषण भी बनता है.

Bamboo Jewellery: Everyone knows about making.

छत्तीसगढ़ : बांस के आभूषण : बाँस से टोकरियाँ, घर का साज-सज्जा का सामान, कुर्सियाँ आदि बनाने के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन यह कान के छल्ले, टॉप, नौलखा हार, झुमके सहित अन्य सुंदर आभूषण भी बनता है.
छत्तीसगढ़ : बांस के आभूषण : बाँस से टोकरियाँ, घर का साज-सज्जा का सामान, कुर्सियाँ आदि बनाने के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन यह कान के छल्ले, टॉप, नौलखा हार, झुमके सहित अन्य सुंदर आभूषण भी बनता है.

NBL, 05/05/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Chhattisgarh: Bamboo Jewellery: Everyone knows about making baskets, home decor items, chairs etc. from bamboo, but it also makes other beautiful ornaments including ear rings, tops, Naulakha necklaces, earrings.

रायपुर छ.ग Bamboo Jewellery: बांस से टोकरी, घर के सजावटी सामान, कुर्सी आदि बनाने के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन इससे ईयर रिंग, टाप्स, नौलखा हार, कान की बाली समेत अन्य खूबसूरत आभूषण भी बनाए जा रहे हैं, पढ़े विस्तार से.. 

छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल की कई युवतियां और महिलाएं बांस की कारीगरी की बदौलत आज अपने पैरों पर खड़ी हैं। इनके बनाए आभूषणों की मांग मेला और प्रदर्शनी से होते हुए माल तक पहुंच गई है।

 इन आभूषणों की मांग आनलाइन भी.. 

 बस्तर की प्रेमबत्ती मरकाम और जोगी राम बघेल ने बताया कि बांस से गहनों की मांग दिनोंदिन बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ सरकार भी इस हुनर को पहचान दिलाने के लिए हस्तशिल्प विभाग के माध्यम से आनलाइन बिक्री करवा रही है। कुछ दिन पहले राजधानी में आयोजित दो दिवसीय जनजातीय महोत्सव प्रदर्शनी लगाई गई थी। जहां इन आभूषणों को काफी पूछपरख रही है। मालूम हो कि इस महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के साहित्यकार समेत जनजातीय कलाकार जुटे थे।

 बस्तर बांस की खासियत.. 

 वैसे तो बस्तर संभाग की बांस शिल्पकारों को खूब पसंद आती है। शिल्पकारों ने बताया कि बस्तर के बांस में लचक होती है। इस गुण के कारण टिकाऊ के साथ किसी चीज को बनाने में आसानी भी होती है। इसी कारण बस्तर की शिल्पकला की ख्याति देश और दुनिया में भी है।

 10 से 20 मिनट में बना ली बाली... 

 शिल्पकार प्रेमबती और जोगी राम बघेल ने बताया कि एक आभूषण बनाने के लिए 10 से 20 मिनट में तैयार हो जाती है। वहीं, आभूषण की कीमत सभी की एक बराबर नहीं है। मेहनत के हिसाब से इसका दाम तय किया गया। आभूषणों की शुरू 20 लेकर 500 रुपये से अधिक है। वहीं इसका आनलाइन मांग काफी होने लगी है। ऐसे में मांग को देखते हुए कई युवा भी इस क्षेत्र में रोजगार की तलाश में आभूषण बनाने की कला सीख रहे है।