छत्तीसगढ़ मनरेगा अधिकारी कर्मचारी महासंघ बिलासपुर संभाग के द्वारा एक दिवसीय वादा निभाओ रैली धरना प्रदर्शन हुआ आज तख्ती लेकर रोड पे प्रदर्शन करते दिखे संभाग के सारे मनरेगा कर्मचारी क्या हैं इनकी मांग जाने सब कुछ पढ़े पूरी खबर

छत्तीसगढ़ मनरेगा अधिकारी कर्मचारी महासंघ बिलासपुर संभाग के द्वारा एक दिवसीय वादा निभाओ रैली धरना प्रदर्शन हुआ आज तख्ती लेकर रोड पे प्रदर्शन करते दिखे संभाग के सारे मनरेगा कर्मचारी क्या हैं इनकी मांग जाने सब कुछ पढ़े पूरी खबर
छत्तीसगढ़ मनरेगा अधिकारी कर्मचारी महासंघ बिलासपुर संभाग के द्वारा एक दिवसीय वादा निभाओ रैली धरना प्रदर्शन हुआ आज तख्ती लेकर रोड पे प्रदर्शन करते दिखे संभाग के सारे मनरेगा कर्मचारी क्या हैं इनकी मांग जाने सब कुछ पढ़े पूरी खबर

आज बिलासपुर मुख्यालय में नरेगा के सभी संभागीय कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना दिया जहां सभी हाथो में तख्ती लिए प्रदर्शन करते नजर आये एक बड़ा सा बैनर लेकर बिलासपुर पहुंचे ये वो लोग हैं जो दुनिया की सबसे बड़ी रोज़गार देने वाली योजना का हिस्सा हैं.एक ऐसी योजना जो 15 करोड़ से ज्यादा लोगों को देश भर में रोज़गार देती है.

इसका नाम है महात्मा गांधी नेशनल रूरल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट. एक ऐसा कानून जिसमें प्रत्येक ग्रामीण परिवार के सभी वयस्कों को एक न्यूनतम मज़दूरी पर 100 दिनों का रोज़गार देने की बात कही गई है.

क्या है ये पूरी योजना और मौजूदा समय में इसकी कितनी ज़रूरत है, सब पर बात करेंगे लेकिन सबसे पहले बात उन लोगों की जो आज बिलासपुर में अपने मांगो को लेकर रोड पर भारी संख्या में निकले थे ये लगातार अपनी नियमितिकरण और पेमेंट को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं  आपको बताते चलें कि इससे पहले भी ये धरना प्रदर्शन कर रहे थे जिसके बाद राज्य सरकार और मनरेगा कर्मचारियों के बीच बातचीत से सुलह हो गई थी सरकार ने इनकी मांगे स्वीकार कर लिया था पर अभी तक उसको अमलीजामा नहीं पहनाया गया है गठित समिति अपनी कार्य कर रही हैं 

बताते चले की जब पूरा देश कोरोना जैसी भारी विपदा झेल रहा था उस समय लॉकडाउन में मनरेगा योजना बनी थी मज़दूरों की लाइफ़लाइन


किस राज्य में कितनी है मनरेगा मज़दूरी दर

महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून के तहत हर राज्य में अलग अलग दरों से पैसा दिया जाता है.


मालूम हो कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और त्रिपुरा में मनरेगा के तहत सबसे कम पैसे दिए जाते हैं.

इन राज्यों में प्रतिदिन मनरेगा न्यूनतम मज़दूरी दर 220 रुपये से भी कम है  


हमसे खास बातचीत में मस्तूरी रोजगार सहायक संघ के मीडिया प्रभारी नकुल जांगड़े ने बताया कि यह एक दिवसीय धरना प्रदर्शन ध्यानाकर्षण के लिए किया गया हैं और यहाँ बिलासपुर संभाग के सभी नरेगा कर्मचारी आज पहुंचे हुए हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने जो भी वादा चुनाव पूर्व मनरेगा कर्मचारियों के लिए किया था उसे हर हाल में पूरा किया जाये तभी ये संघर्ष ख़त्म होगी