पौंसरी हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा........मासुम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर निर्मम हत्या के जुर्म में संलिप्त तीसरे आरोपी के नाम का खुलाशा.....बच्ची के लाश को कुँए में तीनों ने मिलकर लगया था किनारा....पढ़िये तीसरे आरोपी का नाम

पौंसरी हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा........मासुम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर निर्मम हत्या के जुर्म में संलिप्त तीसरे आरोपी के नाम का खुलाशा.....बच्ची के लाश को कुँए में तीनों ने मिलकर लगया था किनारा....पढ़िये तीसरे आरोपी का नाम

बलौदाबाजार:- शहर से महज 8 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पौंसरी में बीते दिनो हुई 8 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने गांव के ही एक अपचारी बालक व उसके सहयोगी मुकेश उर्फ जगमोहन वर्मा को 27 मई को ही गिरफ्तार कर लियाा था।मामले में और छान बिन कर आरोपियों से विस्तृृृृत जानकारी लेने के बाद पुलिस ने पूरे घटना में संलिप्त तीसरे व्यक्ति के नाम का खुलाशा किया है। जिसमें अपचारी बालक की माँ बुधवारा बाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

मामला इस प्रकार है कि थाना सिटी कोतवाली के अंतर्गत ग्राम पौंसरी में एक नाबालिक बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर देने के मामले में एक अपचारी बालक एवं आरोपी मुकेश उर्फ जगमोहन वर्मा को जेल भेजा जा चुका है। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशों, मार्गदर्शन में लगातार मामले की विवेचना में आने वाले साक्ष्य के आधार पर जो आरोपियों के द्वारा घटना के संबंध में बताया गया था वह पर्याप्त नहीं था और पुलिस को शुरू से ही एक तीसरे आरोपी की संलिप्तता होने का शंका था।

घटना के समय घर पर ही मौजूद थी अपचारी बालक की मां

दोनों आरोपियों के द्वारा जब विस्तृत रूप से पूछताछ की गई तो उन्होंने तीसरे आरोपी का खुलासा किया और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। तीसरे आरोपी अपचारी बालक की मां बुधारा बाई(39) पति संतोष वर्मा है जो घटना में आरोपियों के साथ मिलकर नाबालिक के शव को कुआ में फेंकने में सहयोग की है। अपचारी बालक की मां बुधारा बाई को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपीया बुधारा बाई 26 मई को हुए घटना के समय घर में ही मौजुद थी तथा अपचारी बालक व आरोपी जगमोहन वर्मा के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने में संलिप्त थी।

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक महेश ध्रुव,  निरीक्षक  दीनबंधु उईके, उप निरीक्षक भीम  सोम,प्रधान आरक्षक अरशद खान, प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह आरक्षक मुकेश ,विवेक ,राजेंद्र,  सूरज बंजारे,म.प्रआर. गंगोत्री धुव, प्रआर निशांत दुबे ,म.आर स्वती साहू , व पैट्रोलिंग पार्टी का योगदान रहा।