छत्तीसगढ़ बाल आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता के हस्तक्षेप व कड़ी फटकार के बाद थाना नंदिनी पुलिस ने नाबालिक की कराई जेल से रिहाई...जानिए पूरा मामला...

छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता को जिला न्यायालय दुर्ग परिसर से अधिवक्ता के माध्यम से शिकायत सूचना प्राप्त हुई की नंदिनी थाना पुलिस द्वारा एक नाबालिक को पंडित प्रदीप मिश्रा जी की कथा स्थान से पकड़ कर ले गई है

छत्तीसगढ़ बाल आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता के हस्तक्षेप व कड़ी फटकार के बाद थाना नंदिनी पुलिस ने नाबालिक की कराई जेल से रिहाई...जानिए पूरा मामला...
छत्तीसगढ़ बाल आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता के हस्तक्षेप व कड़ी फटकार के बाद थाना नंदिनी पुलिस ने नाबालिक की कराई जेल से रिहाई...जानिए पूरा मामला...

नया भारत डेस्क / छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य  सोनल कुमार गुप्ता को जिला न्यायालय दुर्ग  परिसर से  अधिवक्ता के माध्यम से शिकायत सूचना प्राप्त हुई की नंदिनी थाना पुलिस द्वारा एक नाबालिक को पंडित प्रदीप मिश्रा जी की कथा स्थान से पकड़ कर ले गई है जिसके माता पिता गरीब है बाहर से हैं और रुद्राक्ष बेचने का कार्य करते हैं  नाबालिक को खोजते हुए दर-दर भटक रहे हैं जिस पर बाल आए उसके सदस्य ने तत्काल गंभीरता से संज्ञान लेते हुए समुचित जानकारी एकत्रित कर  तत्काल पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री सलभ सिन्हा से फोन पर चर्चा  कर घटना की जानकारी दी और  थाना नंदिनी पुलिस की कार्यशाली पर आयोग ने नाराजगी जाहिर की तब पुलिस अधीक्षक जी ने माननीय सदस्य को उक्त बच्चों के परिवार को कार्यालय में  भेजने को बोला सदस्य बाल आयोग श्री गुप्ता के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय शर्मा व जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रीति डोंगरे  ने विभाग की सोशल वर्कर सीता कन्नौज सहित एक को उक्त प्रभावित बच्चे के माता पिता के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजा.

जहां पर यह स्थिति स्पष्ट हुई कि थाना नंदिनी पुलिस ने उक्त  नाबालिक को एसडीएम न्यायालय में प्रस्तुत कर केंद्रीय जेल दुर्ग में डाल दिए हैं जिस पर एसपी ने उम्र की जांच करने के निर्देश दिए. parents द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज व आधार कार्ड के आधार पर उक्त नाबालिक की उम्र 14 वर्ष ज्ञात हुई तत्पश्चात महिला में बाल विकास विभाग की अधिकारी सीता  कन्नौज की तत्परता से आज दिन बुधवार को पूरी कार्यवाही कर थाना नंदिनी पुलिस ने खुद  रिहाई की प्रक्रिया करवा कर , नाबालिक को शाम के 7:30 बजे केंद्रीय जेल दुर्ग से बाहर  निकाला. पालक के सुपुर्द महिला बाल विकास विभाग अधिकारियों के समक्ष किया.