Free Fire की लत में युवक बना ‘पागल’ : घंटों ऑनलाइन गेम खेलता था युवक ,हैकर आया, हैकर आया चिल्लाते हुए वाहनों के सामने हाईवे पर दौड़ने लगा…फिर जो हुआ….जाने मामला…..
addiction of Free Fire: The young man used to play online games for hours




(addiction of Free Fire: The young man used to play online games for hours)
राजस्थान (Rajasthan) के चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. युवक को ऑनलाइन गेम की ऐसी लत लगी कि उसे रस्सियों से बांधना पड़ा. परिवार का कहना है कि उनका बेटा ऑनलाइन गेम फ्री फायर गेम के चक्कर में पागलों जैसी हरकतें करने लगा है. युवक सड़क पर गाड़ियों को रोककर हैकर-हैकर चिल्लाता है. उसकी हरकतों को देखते हुए लोगों ने रस्सियों से एक खाट में बांध दिया है. जैसे ही रस्सी खुलती है वो फिर से भाग जाता है. मामला चित्तौड़गढ़ के भदेसर इलाके का है. बताया जा रहा है कि 22 साल का इरफान कुछ दिन पहले ही बिहार से लौटा है. वह घंटों मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेला करता था (hacker came, the hacker came, shouting and started running on the highway in front of the vehicles)
मोबाइल खराब होने से बिगड़ी हालत
बानसेन ग्राम पंचायत सरपंच कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि मोबाइल खराब होने से युवक की मानसिक हालत बिगड़ गई। मोबाइल उसके हाथ में था। उसके बाद भी अन्य लोगों पर आरोप लगा रहा था कि मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया। उसने कहा कि पीछे जो खेत है, वहां पर कोई बाइक वाला फसलें खराब कर रहा है। बाइक छुपा रखी है। मौके पर जाकर देखा तो कोई नहीं मिला।
पिता ने बिहार से बुलाया था
सरपंच ने बताया कि बिहार के छपरा निवासी मुस्लिम अंसारी ने 4 महीने से चित्तौड़गढ़-उदयपुर सिक्स लेन पर बजरंग होटल के बाहर दुकान लगा रखी है। वह अपने गांव छपरा गया हुआ है। उसने बिहार से अपने बेटे इरफान को यहां बुला लिया और दुकान संभालने के लिए कहा। 10 दिन से इरफान काम कर रहा था। युवक की तबीयत खराब होने पर उसके पिता को जानकारी दी गई है।
ऑनलाइन गेम खेलने वाले वर्चुअली अपनी एक दुनिया बना लेते
मनोचिकित्सक डॉ. मुकेश जाटोलिया का कहना है कि हम दिन भर जिस माहौल में रहते हैं, उसी में ढल जाते हैं। ऑनलाइन गेम खेलने वाले वर्चुअली अपनी एक दुनिया बना लेते हैं। धीरे-धीरे उनका इमोशन भी उस गेम से जुड़ने लगता है। उन्हें लगता है जो उस वर्चुअल दुनिया में हो रहा है। वह एक्चुअल में इनके साथ हो रहा है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। सब कुछ काल्पनिक ही होता है। उसमें कई हिंसक चीजें दिखाई जाती है जो भड़काऊ होते है