कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड में व्याप्त लालफीताशाही एवं व्यापक भ्रष्टाचार एवं दलालों के संगठित गिरोह के विरुद्ध एक पत्र आयुक्त धनबाद को प्रेषित किया गया

कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड में व्याप्त लालफीताशाही एवं व्यापक भ्रष्टाचार एवं दलालों के संगठित गिरोह के विरुद्ध एक पत्र आयुक्त धनबाद को प्रेषित किया गया
कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड में व्याप्त लालफीताशाही एवं व्यापक भ्रष्टाचार एवं दलालों के संगठित गिरोह के विरुद्ध एक पत्र आयुक्त धनबाद को प्रेषित किया गया

मनेंद्रगढ़। जन जागृति मनेन्दगढ के सचिव संतोष कुमार जैन नेशनल ऑर्बिटर ने बतलाया कि कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड द्वारा कोयला उद्योग के सेवानिवृत्त कामगारों को सेवानिवृत्ति के समय"मिशन विश्वास"योजना के अनुसार भविष्य निधि का भुगतान नहीं कर रहा है।

      यह उल्लेखनीय है कि मिशन विश्वास योजना के अंतर्गत किसी भी कोयला श्रमिक एवं अधिकारी को सेवानिवृत्त होने के दिन ही भविष्य निधि का भुगतान कर देना है पूर्व में इस योजना के अंतर्गत जो भी अधिकारी या कर्मचारी या मजदूर रिटायर होते थे उनको अपने सेवानिवृत्ति के अंतिम दिन उसकी भविष्य निधि का भुगतान कर दिया जाता था।

    विगत कुछ माह से"मिशन विश्वास" पूरी तरह फेल हो चुका है। अब तो जो भी सेवानिवृत्ति का फाइल क्षेत्रीय आयुक्त के पास जाता है वह पूरी ताकत लगा देते हैं कि किसी ना किसी प्रकार उसके भविष्य निधि का भुगतान रोक दिया जाए। स्वयं क्षेत्रीय आयुक्त द्वारा स्वीकृत किए हुए PS3, PS4 ,फॉर एम ,फॉर्म ए इत्यादि में या तो कामगार के नाम में या फिर कामगार के पिता के नाम में या फिर कामगार की जन्मतिथि के या फिर अन्य कोई बहानेबाजी करके छोटी-छोटी बातों को इन नेताओं को उजागर करके अनिवार्य रूप से उसके भविष्य निधि का भुगतान रोक दिया जाता है परिणाम स्वरूप सेवानिवृत्त कामगार देन लेन के लिए दलालों के चंगुल में फंसने के लिए बात हो जा रहा है।

    अकस्मात श्रमिक की जब मृत्यु हो जाती है तो उसकी विधवा पत्नी को पेंशन देने के नाम पर कई कई दशकों तक इंतजार कराया जाता है विभिन्न प्रकार के प्रपत्तों में त्रुटियां निकाली जाती है। परिणाम स्वरूप यह विधवा स्त्रियों पेंशन के इंतजार में स्वर्गवासी हो जा रही हैं परंतु यह भविष्य निधि कार्यालय के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है वह तो केवल अपना हिस्सा लेने के लिए सतत प्रयत्नशील हैं।

      विगत 2 वर्षों में कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी की गई थी परिणाम स्वरूप जो लोग इस बीच सेवानिवृत्त हुए हैं उन कर्मचारियों को इस बढ़ी हुई ब्याज की राशि के भुगतान में तरह-तरह के दलालों का सामना करना पड़ रहा है बिना कुछ दिए लिए यह भुगतान संभव ही नहीं है।

   कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड में व्याप्त लालफीताशाही एवं व्यापक भ्रष्टाचार एवं दलालों के संगठित गिरोह के विरुद्ध एक पत्र आयुक्त धनबाद को प्रेषित किया गया है जिसमें विभिन्न प्रकार की प्रवृत्तियों को संलग्न करके इन कार्यालयों में व्याप्त अनियमितताओं की ओर भ्रष्टाचार की ओर तथा लालफीताशाही की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया है।

     जन जागृति मनेन्दगढ़ को यह आशा है कि आयुक्त कोल माइन्स प्रोविडेंट फंड धनबाद के द्वारा अति शीघ्र क्षेत्रीय कार्यालयों को एवं क्षेत्रीय आयुक्तों को उचित दिशा निर्देश प्रदान किए जाएंगे ताकि कर्मचारी के सेवानिवृत्त होने के पूर्व 6 माह पूर्व जब नोटिस मिलता है उसी समय उसे कर्मचारी की फाइल खोली जाए तथा उसमें जो भी विसंगतियां हैं उसे उस कर्मचारी के संज्ञान में लाया जाए और इन सभी त्रुटियों को सुधार करके सेवानिवृत्ति के दिन कर्मचारियों को उसके भविष्य निधि का भुगतान कर दिया जाए तथा उसकी विधवा स्त्री को समय पर पेंशन भुगतान हो सकेगा।

   कोयला कामगारों के भविष्य निधि का पैसा शेयर बाजार में लगा देने के कारण जो भी पैसा विभिन्न कंपनियों में लगाया गया था वह संपूर्ण राशि लगभग डूब गई है परिणाम स्वरूप सीएमपीएफओ के पास पैसे की कमी है इसीलिए समय पर भुगतान नहीं हो रहे हैं और एन केन प्रकारेण कर्मचारियों को किसी न किसी प्रकार परेशान करके उनसे शेख संगठित लूट कराई जा रही है दलालों के माध्यम से कमीशन खोरी चरम सीमा पर है ।

      विभिन्न प्रकार के ऋणों को प्राप्त करने के लिए तरह-तरह की रंगे बाजी तथा बिना दलाल के माध्यम से गए कोई भी ऋण प्रकरण स्वीकृत नहीं किया जाता है जिसके परिणाम स्वरूप आज कोयला श्रमिक इन दलालों के चंगुल में फंसने के लिए विवश है। केंद्रीय सरकार के साथ-साथ राज्य शासन के विभिन्न विभागों से यह अपेक्षा है कि इस संगठित गिरोह के विरुद्ध कोयला श्रमिकों को राहत पहुंचाने का कार्य किया जाए।