2024 शिक्षक दिवस विशेष: 'आप सिर्फ एक शिक्षक नहीं हैं; आप एक मार्गदर्शक, एक मित्र और एक प्रेरणा हैं।

2024 Teachers' Day Special

2024 शिक्षक दिवस विशेष: 'आप सिर्फ एक शिक्षक नहीं हैं; आप एक मार्गदर्शक, एक मित्र और एक प्रेरणा हैं।
2024 शिक्षक दिवस विशेष: 'आप सिर्फ एक शिक्षक नहीं हैं; आप एक मार्गदर्शक, एक मित्र और एक प्रेरणा हैं।

NBL, 05/09/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: 2024 Teachers' Day Special: 'You are not just a teacher; you are a guide, a friend and an inspiration. पढ़े विस्तार से.... शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं। वे हमारे जीवन के पहले गुरु होते हैं, जो हमें केवल पाठ्यक्रम का ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते हैं। वे हमें सही और गलत का अंतर सिखाते हैं। वह हमें प्रेरित करते हैं। हमारे सपनों को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही हमारे भविष्य की नींव है।

हमारे शिक्षकों का योगदान अमूल्य है। वे हर दिन हमें जीवन की महत्वपूर्ण बातें सिखाते हैं।

शिक्षा से समाज की प्रगति और विकास होता है। यह केवल ज्ञान प्राप्ति का तरीका नहीं है, बल्कि हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करता है। यह बताता है कि समाज में हमारी भूमिका क्या होगी। शिक्षा से हमें सोचने समझने की क्षमता व निर्णय लेने की शक्ति मिलती है और समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास कराती है।

आज इस विशेष दिन पर हमें चाहिए कि हम शिक्षा की शक्ति को समझकर समाज में अपना योगदान दें। शिक्षा को अपने जीवन में पूरी तरह से उतारें, जिससे हम एक समृद्ध और ज्ञानवर्धन समाज बना सकें।

* पुस्तकें वो साधन हैं, जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं।

* आप जिस चीज के लिए विश्वास करते हैं और प्रार्थना करते हैं। वह आपको निश्चित ही मिलता है।

* व्यक्ति (विद्यार्थी) को कल्पनाशील होने के साथ-साथ स्वस्थ और आत्मविश्वासी भी होना चाहिए। यह उसके लक्ष्य तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करता है।

* जीवन को एक बुराई के रूप में देखना और दुनिया को भ्रमित होकर देखना गलत है।

* कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है। कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुए।

* शांति, राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकती बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।

* केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी, आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।

* लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों में नहीं, बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक यकीन है।

* हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए, जहां से अनुशासन और स्वतंत्रता, दोनों का उद्गम हो।

* आध्यात्मिक जीवन भारत की प्रतिभा है।

* मानवीय स्वभाव मूल रूप से अच्छा है, और आत्मज्ञान का प्रयास सभी बुराइयों को खत्म कर देगा।

* परमात्मा पाप से मुक्त है, वृद्धावस्था से मुक्त है, मृत्यु और शोक से मुक्त है, भूख और प्यास से मुक्त है, जो कुछ भी नहीं चाहता है और कुछ भी कल्पना नहीं करता है।

* सहिष्णुता वो श्रद्धांजलि है जो सीमित मन असीमित की असीमता को देता है।

* उम्र या युवावस्था का काल-क्रम से लेना-देना नहीं है। हम उतने ही नौजवान या वृद्ध हैं, जितना हम महसूस करते हैं। हम अपने बारे में क्या सोचते हैं, ये मायने रखता है।

* यदि मानव दानव बन जाता है तो ये उसकी हार है, यदि मानव महामानव बन जाता है तो ये उसका चमत्कार है। यदि मनुष्य मानव बन जाता है, तो ये उसकी जीत है।

* सनातन धर्म सिर्फ एक आस्था नहीं है। यह तर्क और अन्दर से आने वाली आवाज का समागम है, जिसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है, परिभाषित नहीं।

* जिस प्रकार आत्मा किसी व्यक्ति की चेतना शक्तियों के पीछे की वास्तविकता है, उसी प्रकार परमात्मा इस ब्रह्माण्ड की समस्त गतिविधियों के पीछे का अनंत आधार है।