बड़ा हादसा टला: एयरपोर्ट पर इंडिगो के दो विमान एक ही रनवे पर टकराने से बाल-बाल बचे.... DGCA ने मांगी रिपोर्ट......




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डेस्क। बेंगलुरु हवाईअड्डे पर उड़ान भरने के तुरंत बाद इंडिगो के दो विमानों हवा में टकराने से बाल-बाल बच गए। इससे एक बड़ा हादसा टल गया। विमानन नियामक डीजीसीए ने इसकी गहन जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उक्त घटना में हवाईअड्डे से उड़ान भरने के दौरान दोनों विमान एक ही रनवे पर आ गए थे। एटीसी ने दोनों विमानों को तत्काल डायरेक्शन चेंज करने कहा, वरना हवा में गंभीर दुर्घटना हो गई होती।
आश्चर्य की बात है कि इस घटना को दबाने का पूरा प्रयास किया गया। किसी ने भी न इसकी रिपोर्टिंग की और न ही लॉग बुक में इसका उल्लेख किया गया। इस वाकये का खुलासा हुआ तो विमानन महकमे के अफसर सन्न रह गए। विमानन नियामक डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस घटना को किसी लॉगबुक में दर्ज नहीं किया गया था।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने भी इसकी सूचना नहीं दी थी। अधिकारियों ने बताया कि इंडिगो का एक विमान 6ई455 बेंगलुरु से कोलकाता, जबकि दूसरा विमान 6ई246 बेंगलुरु से भुवनेश्वर जा रहा था। इन दोनों विमान ने सुबह करीब पांच मिनट के अंतराल में बेंगलुरु हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। कुछ ही पल में वे एक-दूसरे के पास आ गए। इस पर अप्रोच रडार कंट्रोलर ने डायवर्जिंग का संकेत दिया, जिससे दोनों विमानों के बीच हवा में टक्कर टल गई। अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों विमान बेंगलुरु हवाईअड्डे पर 'अलगाव के उल्लंघन' में शामिल थे।
अलगाव का उल्लंघन तब होता है, जब दो विमान किसी हवाई क्षेत्र में न्यूनतम अनिवार्य क्षैतिज दूरी को पार कर लेते हैं। इस बीच, डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीसीए ने यूएई की जनरल सिविल एविएशन अथॉरिटी (जीसीएए) से घटना को लेकर उसकी जांच की रिपोर्ट साझा करने को कहा है। ईके-524 को रात के वक्त 9.45 पर उड़ान भरनी थी जबकि ईके-568 के रवाना होने का वक्त रात नौ बजकर 50 मिनट था।