शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय मे दो दिवसीय बस्तर संभाग स्तरीय युवा उत्सव का हुआ शुभारंभ

शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय मे दो दिवसीय बस्तर संभाग स्तरीय युवा उत्सव का हुआ शुभारंभ

संभाग स्तरीय युवा महोत्सव की हुई रंगारंग शुरुआत

तन - मन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां: विधायक  राजमन बेंजाम

जगदलपुर। दो दिवसीय संभाग स्तरीय युवा महोत्सव की रंगारंग शुरुआत आज कुम्हरावंड स्थित शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय परिसर में हुई। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित चित्रकोट विधायक  राजमन बेंजाम ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम तन-मन को स्वस्थ रखने का एक बहुत अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि यह एक सुनहरा अवसर है, जब आप अपने भीतर छिपी हुई प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। अपने भीतर छिपी कला को प्रदर्शित करने और इस क्षेत्र का नाम रोशन करने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा बहुत ही सुंदर अवसर आपको उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि यहां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा उत्सव में प्रदर्शन का अवसर मिलेगा। राज्य स्तरीय युवा उत्सव में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से ये सभी प्रतिभागी अंचल का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने सभी युवाओं से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की अपील की।

इस अवसर पर महापौर श्रीमती सफीरा साहू, कमिश्नर  जीआर चुरेन्द्र, आईजी  सुंदरराज पी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी अपर कलेक्टर  अरविंद एक्का ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

उल्लेखनीय है कि युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद के सपनों के भारत के निर्माण के लिए प्रतिवर्ष युवा उत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारत के बौद्धिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए युवाओं को अवसर दिया जा सके। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पहली बार संभाग स्तर पर युवा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। दो दिवसीय युवा महोत्सव में संभाग के 1330 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। 

इस युवा महोत्सव में युवाओं द्वारा गौर नृत्य, परब नृत्य, रास परब, धुरवा नृत्य, मांदरी नृत्य, सुआ, पंथी, कर्मा, सरहूल, बस्तरिया राउत नाचा, बांसुरी वादन, तबला वादन, हारमोनियम वादन, गिटारवादन, मृदंग वादन, वीणा वादन, सितार वादन, कत्थक नृत्य, कुचीपुड़ी नृत्य, ओड़ीसी नृत्य, मणिपुरी नृत्य, भरतनाट्यम नृत्य, लोकगीत, पारंपरिक वेशभूषा, तात्कालिक भाषण, वाद-विवाद, क्विज, निबंध, चित्रकला, फुगड़ी, भौंरा, खो-खो-कबड्डी आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। आज शुभारंभ के अवसर पर सभी जिलों के लोकनर्तकों ने लोक नृत्यों के साथ आकर्षक झांकी निकाली। उपस्थित अतिथियों ने कबड्डी और खो-खो खेल का प्रारंभ करते हुए खेल का आंनद भी लिया।