जिले के 6सौ स्वास्थय कर्मीयों का सेवा समाप्ति का तुगलकी प्रसाशनिक आदेश, बस्तर की स्वास्थय व्यवस्था के साथ बड़ा खिलवाड़ -- मुक्तिमोर्चा / जनता कांग्रेस जे"

जिले के 6सौ स्वास्थय कर्मीयों का सेवा समाप्ति का तुगलकी प्रसाशनिक आदेश, बस्तर की स्वास्थय व्यवस्था के साथ बड़ा खिलवाड़ -- मुक्तिमोर्चा / जनता कांग्रेस जे

DMFT स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा राज्य सरकार व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के मौन सहमति की तहत् जिला प्रसाशानिक आदेश के विरुद्ध जारी हड़ताल को मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक व जनता कांग्रेस जे शहर जिलाध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में दिया गया समर्थन -- भरत कश्यप

DMFT योजना बस्तर विकास व अधिकार की राशि, जिम्मेदार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, योजना के अध्यक्ष रूपी जिम्मेदार जवाब दे? स्वास्थ्य शिक्षा जैसे बुनियादि आवश्यकताओं के लिए फंड का अभाव क्यों? और किन परिस्थितियों में 6सौ स्वास्थ्य कर्मियों का सेवा समाप्ति का आदेश -- नवनीत चांद

जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य सयोजक व जनता कांग्रेस जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृव में बस्तर विकास निधि DMFT के योजनाओं के अंतर्गत कार्यरत बस्तर जिले के 600 स्वास्थ्य कर्मियों को बस्तर जिले के क्षेत्र जनप्रतिनिधीयो ,की उदासीनता के चलते जिला प्रशासन द्वारा निधि में राशि की समाप्ति का हवाला देकर सेवा समाप्ति का तुगलकी फरमान के विरुद्ध अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे स्वास्थ्य कर्मियों को समर्थन दिया गया।मुक्ति मोर्चा के मुख्य सयोजक व जनता कांग्रेस जे बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद ने राज्य सरकार,क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व प्रशानिक DMFT समिति के जिमेदारो पर 600 स्वास्थ्य कर्मियों के सेवा समाप्ति तुगलकी आदेश को आड़े हाथ लेते हुए कहा की,वर्तमान DMFT निधि में फंड की कमी का हवाला दे स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्ति के आदेश देना  बस्तर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं लचर करना है। बस्तर की जनता की जान को जोखिम में डालना है। हम बस्तर के जिमेदारो से पूछना चाहते है।की DMFT निधि नियमानुसार बस्तर के विकास व मूलभूत सुविधाओं एवम मुख्य रूप से शिक्षा , स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुधारने व बेहतर बनाने हेतु खर्च किए जाने का प्रावधान है पर विडंबना है की बस्तर की जरूरी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने हेतु रिक्त पदों की आवशकताओ के बदले कम मात्रा में भर्ती किए गए। 

स्वास्थ्य विभाग के 600 कर्मियों को राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागीय पदों के सेटेप में समायोजन करवाने के बजाए बस्तर की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं भगवान भरोसे छोड़ 600 स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्ति का आदेश देना बस्तर के लोगो की जान को जोखिम में डालने जैसा कदम है। जिसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है।बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा व जनता को कांग्रेस जे, बस्तर के स्वास्थ्य हितों को ध्यान रखते हुए क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो,राज्य सरकार व जिला प्रशासन से यह अपील करता है की वर्तमान DMFT निधि के अंतर्गत कार्यरत स्वास्थ्य 600 कर्मियों की नियुक्ति को निरंतर रखते हुए उन्हें आगामी स्वाथ्य विभागीय रिक्त स्वीकृत पदों में समायोजन किया जाए।

यदि बस्तर हित में यह फैसले नही लिए जाते तो मजबूरून बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा ,जनता कांग्रेस जे व DMFT स्वास्थ्य कर्मी संघ द्वारा सयुक्त आंदोलन किया जाएगा, इस दौरान बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष भरत कश्यप,जिला उपाध्यक्ष नीलांबर सेठिया,जगदलपुर ग्रामीण अध्यक्ष अजय बघेल,तोकापाल ब्लॉक अध्यक्ष मेहतर सेठिया सहित बहुत संख्या में स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।