TRAI New Rule:TRAI लाएगा नया फीचर! कल से नंबर के साथ दिखेगा फ़ोन करने वाले का नाम, बिना True Caller के भी....

TRAI New Rule: TRAI will bring new feature! From tomorrow the name of the caller will appear along with the number even without True Caller. TRAI New Rule:TRAI लाएगा नया फीचर! कल से नंबर के साथ दिखेगा फ़ोन करने वाले का नाम, बिना True Caller के भी....

TRAI New Rule:TRAI लाएगा नया फीचर! कल से नंबर के साथ दिखेगा फ़ोन करने वाले का नाम, बिना True Caller के भी....
TRAI New Rule:TRAI लाएगा नया फीचर! कल से नंबर के साथ दिखेगा फ़ोन करने वाले का नाम, बिना True Caller के भी....

TRAI New Rule :

 

नया भारत डेस्क : टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई (TRAI ) इस मैकेनिज्म काम कर रही है, जिसके जरिए किसी के फोन में आए कॉलर के नाम की जानकारी उसके सिम पर कराए गए केवाईसी वाले नाम से पता चलेगी।.मोबाइल फोन (Mobile Phone) आने से काफी सुविधा हो गई है. लेकिन इससे कुछ परेशानी भी हो रही है. जैसे कि इस पर बार बार आने वाला यूजलेस कॉल (Pesky and fraud calls). आपके मन में सवाल उठता होगा कि कॉल करने वाले का नाम भी मोबाइल फोन पर दिखे तो कैसा हो. इसी को साकार करने के लिए Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) एक व्यवस्था शुरू करने जा रहा है. अब जल्द ही आपको नंबर के साथ-साथ कॉल करने वाले का नाम भी आपके मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगा. (TRAI New Rule)

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई इसी हफ्ते कॉलिंग नेम पर अपनी सिफारिशें जारी कर सकता है. टेलीकॉम रेगुलेटरी बॉडी ने पिछले साल नवंबर में इस संदर्भ में एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था और सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ इस मामले पर विस्तृत चर्चा भी की थी. जिसमें टेलीकॉम कंपनियां भी शामिल थीं. (TRAI New Rule)

साइबर फ्रॉड को रोकना है मकसद

इस मुहिम के पीछे ट्राई का मकसद है साइबर फ्रॉड जैसे मामलों पर रोक लगाना. आए दिन आप ऐसी खबरें पढ़ते हैं जिनमें अनचाहे और अनजाने मोबाइल नंबर से साइबर फ्रॉड जैसी घटनाओं का जिक्र होता है. हालांकि, ट्राई की सिफारिशें अगर लागू हो जाती हैं तो आप अपने मोबाइल फोन पर कॉल करने वाले का नाम देख सकेंगे और ऐसे में कॉल रिसीव करने वाला यह तय करेगा उसे फोन कॉल उठाना है या नहीं. (TRAI New Rule)

इतना ही नहीं यह सिफारिशें लागू होने के बाद, टेलीमार्केटिंग कंपनियों के भी नाम दिखाई देंगे जो क्रेडिट कार्ड से लेकर के सिम कार्ड और लोन बांटने के लिए ग्राहकों को समय या असमय कॉल करते रहते हैं.

सब्सक्रिप्शन मॉडल अपना सकती हैं कंपनियां

सूत्रों के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियां इन सिफारिशों के लागू होने के बाद सब्सक्रिप्शन मॉडल भी अपना सकती हैं. हालांकि आज भी अनचाहे नंबर से कॉल करने वाले का नाम जानने की सुविधाएं मौजूद है लेकिन उसके लिए आपको ट्रूकॉलर या दूसरे एप्लीकेशन का इस्तेमाल करना पड़ता है. लेकिन कई बार यह डेटाबेस पूरी तरह से सही नहीं पाया जाता है. (TRAI New Rule)

हालांकि, नई व्यवस्था में उपभोक्ता के आवेदन फॉर्म पर दिए गए नाम की जानकारी मिलेगी. जिस नाम से किसी ने अपना फोन नंबर रजिस्टर कराया है वह नाम आपके मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देगा. इससे जाहिर है कि जिन मोबाइल नंबरों के नाम मोबाइल स्क्रीन पर नहीं दिखेंगे ग्राहकों को यह समझने में आसानी होगी कि यह कॉल साइबर फ्रॉड के लिए या टेलीमार्केटिंग कंपनियों द्वारा किया गया है. (TRAI New Rule)