CG VIDEO: नवरात्रि के आखरी दिन सर्वमंगला मंदिर परिसर में निकला विशाल काय नाग.... कोबरा प्रजाति के सांप देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी.... फिर जो हुआ.... देखें VIDEO.......

CG VIDEO: नवरात्रि के आखरी दिन सर्वमंगला मंदिर परिसर में निकला विशाल काय नाग.... कोबरा प्रजाति के सांप देखने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी.... फिर जो हुआ.... देखें VIDEO.......

कोरबा 14 अक्टूबर 2021। छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में नवरात्रि के आखरी दिन मां सर्वमंगला मंदिर परिसर में विशाल काय नाग निकल गया। इस समय पूरे भारत में नवरात्री की धूम हैं। मां दुर्गे के नव रूपो की 9 दिन पूजा की जाति है। इसी तरह रोजाना की तरह मां सर्वमंगला मंदिर में सुबह से ही नवरात्रि के आखरी दिन होने की वजह से दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी हैं। उसी वक्त भैरव बाबा मंदिर जो नीचे में हैं वहीं सामने में एक विशाल नाग घर में घुस गया। जिसकी ख़बर आस पास में आग की तरह फैल गया। फिर डरे सहमे लोग दूर से ही उसको देखने लगे। फिर मंदिर परिसर के पुजारी शिव कुमार ने इसकी जानकारी स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेंद्र सारथी को दिए।

उस वक्त जितेंद्र सारथी रवि शंकर नगर में रेस्क्यू कर घर की ओर जा रहे थे। फिर वापस सर्वमंगला मंदिर के लिए मुड़ गए। जिस वक्त जितेंद्र सारथी मौके पर पहुंचे देखा काफ़ी भीड़ लगी हुई है। जिसके तुरंत बाद भीड़ को ख़ाली करवाया गया। घर के अंदर प्रवेश कर देखा। जिसमें पाया गया की कोबरा प्रजाति का गहुवा सांप हैं जो बहुत ही बड़ा है। फिर सुरक्षित रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया बहुत बड़ा होने की वज़ह से रखने के लिए डिब्बा भी नहीं मिल रहा था। जिसके बाद किसी तरह एक बड़ा डालडे का डब्बा खोजा गया। फिर उसमें डाला गया। फिर भी सांप बार बार बाहर निकल जा रहा था। फिर आखिरकार उसी डिब्बे में बंद किया गया। तब जाकर सभी ने राहत कि सांस ली साथ ही जितेंद्र सारथी के हिम्मत को देख सभी ताली बजाकर धन्यवाद ज्ञापित किया।

 जितेंद्र सारथी ने बताया आज नवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में लोग मां सर्वमंगला के दर्शन करने पहुंचे थे। इतने बडे़ नाग को देख सब घबरा गए थे साथ ही आस्था के रुप मे भी देखा गया। कुछ मां पहले सर्वमंगला मंदिर परिसर में एक बच्चे की मौत हो गई थी जिसके वजह से वहा के लोग बहुत डरे हुए थे। फिर सुरक्षित रेस्क्यू कर लेने पर सभी ने राहत की सांस ली। जहा सभी लोग डांडिया और गरबा का आनद लेते रहते हैं वहीं दूसरी ओर हम लोग अपनी जिम्मेदारी निभाते रहते हैं। हमें समय ही नहीं मिलता की हम गरबा और डांडिया कर सकें। हम अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए की खुश रहते हैं।