CG- 'थोड़ा-थोड़ा पीकर सो जाया करें' VIDEO: महिला मंत्री के शराब वाले बयान के बाद मचा बवाल.... BJP महिला मोर्चा की अध्यक्ष बोली, प्रदेश सरकार के पास यूपी चुनाव के लिए पैसे नहीं, जो अब महिलाओं को भी शराब पीने के लिए बोल रहे?.... देखें मंत्री के बयान का पूरा VIDEO......




रायपुर 14 अक्टूबर 2021। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया से शराब बंदी और गांव में निर्मित हो रहे अवैध शराब को रोकने की मांग को लेकर महिलाएं मंत्री से मिलने पहुंची थी। इस दौरान मंत्री अनिला भेड़िया ने थोड़ा-थोड़ा शराब पीने का सलाह दे रहीं हैं। वीडियो में मंत्री अनिला भेड़िया समझाइश देते हुए कह रहीं हैं कि “महिलाएं घर गृहस्थी चलाती हैं, बच्चों का पालन पोषण करती हैं और ऐसे में अपनी परिस्थितियों को देखकर वे मानसिक रूप से पीड़ित होती हैं। मंत्री अनिला भेड़िया आगे कहती हैं सभी ‘भइया मन’ को कहना चाहती हूं कि थोड़ा- थोड़ा पीकर सो जाया करें” और ऐसा कहने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री अनिला भेड़िया हंस पड़ती हैं।
मेरी बातों को तोड़-मोड़ कर प्रस्तुत करना राजनीतिक शरारत-भेंड़िया
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा है कि एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए उनके द्वारा कही गई बातों को राजनीतिक शरारत के साथ तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है। अनिला भेंड़िया ने कहा कि जिन लोगों को शराब की लत लग चुकी है उनसे मैंने छत्तीसगढ़ी में कहा- "आप लोग थोड़ा पीना-खाना कम कर दें, क्योंकि हमारी मां-बहनों को घर चलाना होता है, गृहस्थी चलानी होती है, बच्चे पालने होते हैं, इन सब परिस्थितियों में उन्हें बहुत मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ती है।" मेरी बातों का अर्थ यही था कि शराब की लत अच्छी नहीं होती, इससे मुक्ति पानी चाहिए। शराब पीकर घर के लोगों को प्रताड़ित करना भी अच्छी बात नहीं है।"
क्या प्रदेश सरकार के पास यूपी चुनाव के लिए पैसे नहीं हैं जो अब वे महिलाओं को भी शराब पीने के लिए बोल रहे हैं? : शालिनी राजपूत, प्रदेश में स्थिति इतनी खराब है कि अब महिलाएं कहीं जा भी नहीं सकती, दोषियों को पुलिस प्रशासन का भी डर नहीं
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब उन्हें पुलिस प्रशासन का डर भी नहीं है। प्रदेश में अपराधी बेखौफ होकर कहीं शराब बेच रहे हैं तो कहीं नशे का कारोबार कर रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार उन दोषियों के ऊपर कार्यवाही करने के बजाए उन्हें संरक्षण दे रही है। प्रदेश में ज्यादातर घटनाएं शराब एवं नशे के कारण हो रही है। कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किए उनमें से 32 महीने बीत जाने के बाद भी उन वादों पर अमल करने के बजाए कुर्सी की दौड़ में लगे हुए हैं।
भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार शराबबंदी नहीं कर रही है बल्कि प्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया द्वारा महिलाओं को शराब सेवन करने के लिए सलाह दे रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था लेकिन सत्ता में आते ही शराबबंदी करने के बजाए प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री कहते हैं कि लोग थकान दूर करने के लिए शराब का सेवन करते हैं, वही दूसरी ओर महिला एवं बाल विकास मंत्री द्वारा भी महिलाओं को शराब सेवन करने की बातें कह रही है इससे स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार शराबबंदी करने के बजाए अब प्रदेश में शराब का प्रचार कर रही है। प्रदेश सरकार अपने आला नेताओं को खुश करने के लिए एवं शराब से प्राप्त पैसों को यूपी चुनाव में खर्च करें इसलिए महिलाओं को महिला बाल विकास मंत्री के द्वारा यह बात कहलवा रही है। उन्होंने कहा कि एक तो शराब के सेवन से घर एवं परिवार पूरी तरह तबाह हो रही वहीं इसी शराब की वजह से हत्या, लूट, बलात्कार, मारपीट जैसे घटनाएं हो रही हैं।
भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने जांजगीर में हुए महिला के साथ गैंगरेप की निंदा करते हुए कहा कि एक ओर अपराधी दुष्कर्म जैसी जघन्य घटनाए कर रहे है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने दस जनपद को खुश करने के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि जांजगीर में महिला को दोषियों ने पति का दुर्घटना हो गया है कहकर साथ में ले जाकर उनके साथ गैंगरेप किया। गैंगरेप करने के बाद उस महिला की कपड़े से गले घोट कर हत्या कर दी। महिलाएं प्रदेश में कहीं भी सुरक्षित नहीं है यह वह घर के बाहर निकलने में भयभीत हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल यूपी चुनाव के बजाय प्रदेश पर ध्यान केंद्रित करें ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो। प्रदेश की जनता ने उन्हें प्रदेश की सेवा के लिए पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लाया है ना कि कुछ परिवार की सेवा के लिए।