पुष्कर से मेड़ता  एंव नसीराबाद से चौथ का बरवाडा तक रेल लाईन प्रोजेक्ट हेतु राज्य सरकार बजट 2023 में दे अपनी सहमति :- सांसद भागीरथ चौधरी

पुष्कर से मेड़ता  एंव नसीराबाद से चौथ का बरवाडा तक रेल लाईन प्रोजेक्ट हेतु राज्य सरकार बजट 2023 में दे अपनी सहमति :- सांसद भागीरथ चौधरी
पुष्कर से मेड़ता  एंव नसीराबाद से चौथ का बरवाडा तक रेल लाईन प्रोजेक्ट हेतु राज्य सरकार बजट 2023 में दे अपनी सहमति :- सांसद भागीरथ चौधरी

पुष्कर से मेड़ता  एंव नसीराबाद से चौथ का बरवाडा तक रेल लाईन प्रोजेक्ट हेतु राज्य सरकार बजट 2023 में दे अपनी सहमति :- सांसद भागीरथ चौधरी

सांसद चौधरी ने मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव राजस्थान को लिखा पुनः पत्र, रखी मांग

अजमेर। राज्य सरकार द्वारा अविलम्ब लागत का 50 प्रतिशत एवं आवश्यक निशुल्क भूमि उपलब्ध कराई जायें ताकि दोनो रेलमार्गो पर केन्द्र से शीघ्र हो सक्षम क्रियान्विति

अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने पुष्कर से मेड़ता तक 59 कि.मी. एंव अजमेर-कोटा वाया नसीराबाद, केकडी, देवली, चौथ का बरवाडा नवीन रेल मार्ग 145 किमी.  रेल लाईन प्रोजेक्ट स्वीकृति हेतु आवश्यक राज्य सरकार की सहमति के साथ-साथ लागत का 50 प्रतिशत हिस्सेदारी देने एवं आवश्यक निशुल्क भूमि उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री आशोक गहलोत एवं मुख्य सचिव उषा  शर्मा को पत्र लिख कर प्रदेश के दोनो महत्वपूर्ण एवं वर्षो से लंबित रेल प्रोजेक्टो को मूर्तरुप देने हेतु राज्य बजट 2023 में घोषणा कर  सकारात्मक सहयोग की मांग की, और पत्र के माध्यम से उन्हें अवगत कराया कि संसदीय क्षेत्र अजमेर के अधीन पुष्कर एक बहुत ही महत्वपूर्ण, विश्व प्रसिद्व धार्मिक एंव तीर्थ नगरी है, जहंा पर प्रतिदिन देश-विदेश से हजारो की संख्या में लोगों का आना जाना बना रहता है, पूर्व रेल बजट में केन्द्र सरकार नें पुष्कर (अजमेर) से मेडता (नागौर) तक रेल लाईन द्वारा जोडने के साथ-साथ अजमेर से कोटा वाया नसीराबाद, केकड़ी, देवली, चौथ का बरवाडा होते नवीन रेल मार्ग (लगभग 145 किमी दूरी)  के लिये उक्त दोनो प्रोजेक्टो को रेल बजट वर्ष 2013-14 में सम्मलित किया गया था और इन रेल मार्गो के स्थापना की मांग गत 20-22 वर्षों से प्रदेष के जन प्रतिनिधियों एवं आमजन द्वारा की जा रही है।

लेकिन राज्य सरकार द्वारा अभी तक दोनो रेल परियोजना की लागत का 50 प्रतिशत राशि देने एवं निशुल्कः भूमि मुहैया नहीं कराने और राजस्थान सरकार द्वारा सहमति नहीं दिये जाने के चलते उक्त दोनो रेल लाईन प्रोजेक्टो में आज तक कोई विशेष प्रगति नहीं हुई है  जिसके चलते दोनो ही महत्वपूर्ण रेल लाईन प्रोजेक्ट कार्य आज वर्षो से ठण्डे बस्ते में है। ज्ञात रहे कि पुष्कर-मेडता रेल लाईन को जोडने के लियेे काफी वर्षों से अजमेर एंव नागौर के वाशिंदो एंव धर्मावलम्बियों द्वारा मंाग की जा रही थी।

यदि उक्त रेल लाईन का शीघ्र निर्माण हो जाये तो मेडता से पुष्कर रेल लाईन के जुडने पर सम्पूर्ण उत्तरी भारत का अजमेर व गुजरात से रेल यातायात का सीधा सम्पर्क हो जायेगा। वहीं दूसरी और अजमेर से पश्चिमी राजस्थान के प्रमुख रेल्वे स्टेशन जोधपुर, जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, आदि का सीधा रेल मार्ग आमजन को उपलब्ध हो जायेगा जिससे अनावश्यक समय एंव धन की बचत होगी वहीं दूसरी और वर्तमान में अजमेर से कोटा के लिए वाया जयपुर, सवाई माधोपुर रेलमार्ग विद्यमान है जिसपर वर्तमान में रेल भार एवं दूरी ज्यादा होने से यात्रियों को अधिक समयावधि व्यतीत करनी पड़ रही है, जबकि उक्त नवीन रेल मार्ग नसीराबाद-चौथ का बरवाडा के निर्माण के पश्चात् दूरी एवं समयावधि में काफी बचत होगी और इस मार्ग के निर्माण में अधिक बजट की भी जरूरत नहीं होगी क्योंकि अजमेर से नसीराबाद तक का रेल मार्ग तो चालू एवं नियमित है वहीं दूसरी ओर चौथ का बरवाडा से कोटा के मध्य भी रेलमार्ग संचालित है। केवल मात्र नसीराबाद से चौथ का बरवाडा के मध्य लगभग 145 किमी के नवीन रेलमार्ग के निर्माण की ही आवश्यकता हैै।

अतः पुष्कर (अजमेर) से मेडता (नागौर) 59 कि.मी. एंव  अजमेर-कोटा वाया नसीराबाद, केकडी, देवली, चौथ का बरवाडा नवीन रेल मार्ग 145 किमी. तक के रेल लाईन प्रोजेक्टो के लिये राजस्थान सरकार द्वारा सहमति प्रदान करातेे हुये उक्त दोनो प्रोजेक्टो की लागत राशि का 50 प्रतिशत हिस्सेदारी एवं निशुल्कः भूमि उपलब्ध कराने हेतु राज्य बजट 2023 में घोषणा कर आवश्यक विभागीय कार्यवाही कराते हुये उचित प्रस्ताव रेल मंत्रालय नई दिल्ली को भिजवाने का श्रम करावें।