33 माह से अपने पति शंकर कश्यप को तलाश रही है पत्नी बालमती कश्यप को कलेक्टर  से मिलवाया सुरेश गुप्ता ने 

33 माह से अपने पति शंकर कश्यप को तलाश रही है पत्नी बालमती कश्यप को कलेक्टर  से मिलवाया सुरेश गुप्ता ने 
33 माह से अपने पति शंकर कश्यप को तलाश रही है पत्नी बालमती कश्यप को कलेक्टर  से मिलवाया सुरेश गुप्ता ने 

33 माह से अपने पति शंकर कश्यप को तलाश रही है पत्नी बालमती कश्यप को कलेक्टर  से मिलवाया सुरेश गुप्ता ने 


जगदलपुर :- संभागीय मुख्यालय जगदलपुर के जवाहर नगर वार्ड की निवासी शंकर कश्यप जो कि 33 माह पूर्व वार्ड के ही मजदूर दलाल के चंगुल में फंस कर मजदूरों के साथ अपने बच्चों का भविष हेतु सपने संजोकर शंकर महाराष्ट्र गया! महाराष्ट्र में काम करने के दौरान कुछ दिनों बाद सेंटर वहां से गुम हो जाता है उसकी कोई खबर नहीं मिलती है  पति के गुम होने से पत्नी बालमति ने अपने स्तर पर सभी से मिलकर अपने पति की तलाश के लिए गुहार लगाती रही  कहीं मदद नहीं  मिली यह मामला नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता के संज्ञान में आने के बाद सुरेश गुप्ता ने तत्काल पीड़ित परिवार से मिलकर पीड़ित परिवार को जिलाधीश महोदय से मिलवाया जिलाधीश ने गंभीरता दिखाते हुए तत्काल एसपी कार्यालय में मदद हेतु फोन किया और एसपी कार्यालय में पीड़ित परिवार को एसपी महोदय जी से मिलवाया गया एसपी महोदय जी ने सारे घटनाक्रम की जानकारी ली और बाल मति को यथाशीघ्र राहत मिले उनके पति जल्द से जल्द तलाश सेतु आश्वासन दिया गया !

    सुरेश गुप्ता ने पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाते हुए स्थानीय विधायक और कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा की संभागीय मुख्यालय जगदलपुर सभी विभाग के नाक के नीचे से एक गरीब अपने परिवार के उज्जवल भविष्य के सपने संजो कर बाहर जाता है और वापस नहीं आता और पीड़ित परिवार अपने पति की तलाश के लिए प्रशासन से गुहार लगाती है कोई इसकी सुनता नहीं और सबसे बड़ी विडंबना की संभागीय मुख्यालय मैं जहां लगातार कांग्रेस के मंत्री विधायक सांसद और उनके सहयोगी शहर में हर कुछ दिनों में मुख्यमंत्री और मंत्री का आना होता है ऐसे में समाज के अंतिम व्यक्ति आज भी पीड़ित है न्याय उन तक नहीं पहुंच पा रहा है यह सरकार और स्थानीय विधायक की निष्क्रियता अकर्मण्यता को दिखाता है सारे कांग्रेस के जनप्रतिनिधि नेता गण सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं आम जनता  से कोई सरोकार नहीं !

      सरकार शहर में गरीब परिवार तक नहीं पहुंच पा रही है तो दूरस्थ अंचलों का क्या हाल होगा यह समझने का विषय है जिन गरीबों से आशीर्वाद प्राप्त कर सरकार बनाई और सत्ता के मद में--मस्त होकर जनता की सुध नहीं ली जा रही है आने वाले समय में यह  जनता उनके कार्यों का हिसाब इन्हीं के अनुसार देगी !

 पीड़ित परिवार जिला प्रशासन से मिलकर और पुलिस प्रशासन से मिलकर राहत महसूस की!  अब इन्हें इनके लापता पति की खोज होगी और उनके पति फिर अपने परिवार के पास पहुंचेंगे वर्तमान में बालमति मेहनत मजदूरी कर अपने तीन छोटे-छोटे बच्चों के साथ अपने सास-ससुर की परवरिश कर रही है सुरेश गुप्ता ने विषय की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसे संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से बात कर परिवार को राहत पहुंचाने का कार्य किया ! जिला प्रशासन आवेदन सौंपने के दौरान रोशन झा योगेश मिश्रा आनंद झा मोहसिन खान प्रेम आचार्य उपस्थित रहे !