*भाजपा का पोल खोल अभियान ... रेहर एनीकट निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग ... अधिकारी व ठेकेदार पर FIR दर्ज कराने राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन....*

संदीप दुबे

*भाजपा का पोल खोल अभियान ... रेहर एनीकट निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग ... अधिकारी व ठेकेदार पर FIR दर्ज कराने राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन....*
*भाजपा का पोल खोल अभियान ... रेहर एनीकट निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग ... अधिकारी व ठेकेदार पर FIR दर्ज कराने राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन....*
*भाजपा का पोल खोल अभियान ... रेहर एनीकट निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग ... अधिकारी व ठेकेदार पर FIR दर्ज कराने राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन....*

 

संदीप दुबे 

सूरजपुर  -  जिले में भ्रष्ट्राचार, रिश्वतखोरी, निर्माण कार्यो में घोटाला,अवैध रेत उत्खनन, कोयला, कबाड़ सहित अवैध कारोबार की बहार है तो वही विपक्षी पार्टी भाजपा ने निर्माण कार्यो में हुए घोटालो की पोल खोलने प्रारंभ किया है. जिले की रेंड नदी पर ग्राम डेडरी जनपद पंचायत सूरजपुर के समीप रेहर एनिकट का निर्माण स्व. मुरारी लाल सिंह पूर्व सांसद सरगुजा के प्रयास से लगभग 25 करोड़ की राशि का कार्य स्वीकृत हुए 2009 में कार्य प्रारंभ हुआ था. इस एनिकट के द्वारा 1165 हे. भूमि की सिचाई होनी थी जिससे ग्राम दतिमा, करंजी, रामनगर तक के किसानो का इसका लाभ मिलना था पर आज तक एक भी किसान को इसका लाभ नहीं मिल सका.अधिकारी ठेकेदार की मिली भगतकर पुरी योजना भ्रष्टाचार के भेट चढ़ गई. राज्यपाल के नाम दिए ज्ञापन में बताया गया की एनिकट में 390 मीटर लम्बी वॉल बनाई गई है जिसमें लगभग 12 मीटर नीचे तक गहराई ले जाना था पर अधिकारियों एवं ठेकेदारों के मिलीभगत से 3-4 मीटर गहराई तक ढलाई कर दी गई जिस कारण स्ट्रकचर बहुत कमजोर बना और पानी का रिसाव होने लगा. आनन-फानन में एक ही दिन में ही थोड़ी बहुत मरमत कर उसमें पानी भराव दिखा कर 25 करोड़ रूपये का फाईनल बिल बनाकर स्वीकृत करवा लिया गया. उपरोक्त एनिकट के आधार पर ही हर्रा टिकरा सामुहिक नल-जल योजना के माध्यम से आस पास के 18 गांव में पाईप लाईन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु कार्य किया गया है, जो शासन के भी योजना है उपरोक्त रेहर एनिकट में टूट-फूट एवं उसके जर्जर हो जाने के कारण नल-जल योजना का भी लाभ ग्राम वासियों को उचित रूप से नहीं मिल पा रहा है. कार्य में 10 प्रतिशत की राशि अधिक भूगतान की गई जिसमें शासन से स्वीकृति भी नहीं ली गई है. लगभग 70 से 80 लाख रूपये नहर एलाइमेंट सर्वे पर खर्च किया गया है इसकी भी मंजूरी उच्च अधिकारियों से नहीं ली गई है जिससे प्रथम दृष्टया कार्यपालन अभियंता एस. के मिंज सूरजपुर एवं मुख्य अभियंता एस के रवि जो पूर्व में सूरजपुर जिले के कार्यपालन अभियता रहे हैं, जिनके द्वारा फाईनल बिल बिना जांच किये भूगतान कर दिया गया. दोनों ही अधिकारियों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज कर उन्हें पद से निलंबित करते हुए उक्त एनिकट का पुर्ननिर्माण कराने उसमें खर्च होने वाली राशि दोषी अधिकारियों एवं ठेकेदारों से वसूली करने की भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने मांग की है.