Success Story of Alakh Pandey: झुग्गी-झोपड़ी में रहते हुए संघर्ष किए, 5 साल में अपनी मेहनत से खङी कर दी फिजिक्स वाला ने करोड़ों की कम्पनी...

Success Story of Alakh Pandey: Struggled while living in a slum, in 5 years with his hard work, the physics man made a company of crores... Success Story of Alakh Pandey: झुग्गी-झोपड़ी में रहते हुए संघर्ष किए, 5 साल में अपनी मेहनत से खङी कर दी फिजिक्स वाला ने करोड़ों की कम्पनी...

Success Story of Alakh Pandey: झुग्गी-झोपड़ी में रहते हुए संघर्ष किए, 5 साल में अपनी मेहनत से खङी कर दी फिजिक्स वाला ने करोड़ों की कम्पनी...
Success Story of Alakh Pandey: झुग्गी-झोपड़ी में रहते हुए संघर्ष किए, 5 साल में अपनी मेहनत से खङी कर दी फिजिक्स वाला ने करोड़ों की कम्पनी...

Success Story of Alakh Pandey:

 

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो करोड़ों की भीड़ में अपनी एक अलग पहचान बना लेते हैं। ऐसा नहीं है उन्हें ये पहचान बनाने में उन्हें अनुकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। बल्कि यहां परिस्थितियां बिल्कुल उनके विपरीत होती है। उन्हीं लोगों में से एक हैं अलख पांडेय जिन्होंने अपना जीवन झुग्गी-झोपड़ी में बिताया और आगे शिक्षा का मसाल जलाकर लोगों को शिक्षित करने के साथ 8 करोड़ का साम्राज्य स्थापित किया।

आज यह कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है, जिसमें इतना बड़ा निवेश किया गया है. शुरू से प्रयाग के लाल अलख पांडेय का सपना कुछ अलग करने का था, शायद यही कारण था कि वर्ष 2014 में अलख ने तीसरे वर्ष में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दी. इसके बाद वह अपने ग्रह जनपद प्रयागराज वापस आ गए और कोचिंग सेंटर्स से जुड़े. एक कोचिंग सेंटर में कुछ दिन कार्य करने के बाद वह दूसरे संस्थान में गए,

जहां उन्हें एक आईडिया आया और उन्होंने एक नई शुरुआत की. साल 2016 में अलख ने यूट्यूब चैनल की शुरुआत की. पहले एक वर्ष में इस चैनल पर चार हजार सब्सक्राइबर हो गए. जिसके बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ती ही चली गई और आज इस चैनल पर 68 लाख से भी अधिक सब्सक्राइबर हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके ऐप का प्रतिदिन 6 लाख लोग इस्तेमाल करते हैं. (Success Story of Alakh Pandey)

यूट्यूब चैनल से हुई थी शुरुआत : 

फिजिक्स वाला की शुरुआत अलख पांडे ने साल 2014 में एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से की. वर्तमान में इस कंपनी की कुल वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर है. बता दें कि जब अलख पांडे 12वीं में थे तो उन्होंने एक कॉपी में लिखा था- मैं साल 2016 तक भारत का सबसे बड़ा फिजिक्स टीचर बनूंगा. उनके इसी सकारात्मक सोच ने आज उन्हें इतना बड़ा और प्रसिद्ध आदमी हबना दिया है. (Success Story of Alakh Pandey)

बचपन में ही पिता की हो गई थी मौत : 

अलख पांडे का जीवन हमेशा संघर्षों से भरा रहा है. जब वे कक्षा 6वीं में थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद उनके परिवार की स्थिति काफी खराब हो गई थी. अलख ने कक्षा 8 में रहते हुए ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था. (Success Story of Alakh Pandey)

इंजीनियरिंग की छोड़ी पढ़ाई :  

अलख पांडे ने स्कूली शिक्षा पूरा करने के बाद कानपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया लेकिन उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया और वापस प्रयागराज आ गए. यहां बच्चों को पढ़ाने के पैशन को उन्होंने जारी रखा और एक कोचिंग सेंटर के साथ जुड़कर बच्चों को पढ़ाने लगें. कोचिंग में उन्हें 5 हजार रुपये वेतन दिया जाता था. (Success Story of Alakh Pandey)

यूट्यूब पर मिलियन्स में सब्सक्राइबर :  

यूट्यूब चैनल पर इसकी फिजिक्स वाला की शुरुआत 4 साल पहले ही हो गई थी. यानी साल 2017 में ही उन्होंने ऑनलाइन बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. इस दौरान उनके 4 हजार सब्सक्राइबर्स थे. लेकिन साल 2019 तक 2 मिलियन सब्सक्राइबर्स हो गए. कोरोना के कारण ऑनलाइन कोचिंग की मांग बढ़ी और अलख 999 रुपये में कोचिंग पढ़ा रहे थे. लेकिन समय के साथ फिजिक्स वाला कोचिंग इतना चर्चित हुआ कि आज कंपनी की कुल वैल्युएशन 1 बिलियन डॉलर पहुंच चुकी है.

अलख यह बताते हैं कि उन्हें एक्टिंग में काफी रूचि थी और वह अपने कॉलेज एवं स्कूल के दौरान नाटकों में पार्टिसिपेट किया करते थे और उन्हें बहुत आनंद भी आता था। उस दौरान घर वाले परेशान हो जाते थे कि एक तो हमारी स्थिति ठीक नहीं और कहीं हमारा बेटा अच्छा व्यक्ति ना बनकर एक्टिंग को ही अपना करियर ना बना ले। वह कहते हैं कि एक्टिंग तो आज भी मैं करता हूं परंतु बच्चों को पढ़ाने का है और उन्हें हर चीज को अच्छे से समझाने के लिए. (Success Story of Alakh Pandey)