राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता ने की कार्रवाई...आयोग के हस्तक्षेप के बाद छात्र को मिला स्थानांतरण प्रमाण पत्र,जानिए पूरा मामला...
Sonal Kumar Gupta, a member of the State Child Protection Commission, took a major action… After the intervention of the commission




नया भारत डेस्क ३ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप के बाद छात्र को आखिरकार स्थानांतरण प्रमाण पत्र मिल गया ,दरअसल छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता ने मामले को संज्ञान में लेते हुए स्कूल प्रबंधन पर बड़ी कार्यवाही की है । (Sonal Kumar Gupta, a member of the State Child Protection Commission)
मिली जानकारी अनुसार खुर्शीपार निवासी मनबोध निर्मलकर ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग में शिकायत करी थी कि उनका बेटा शुभम् निर्मलकार कक्षा छठवीं में जीबीएन स्कूल खुर्सीपार में अध्ययनरत था ,आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण फीस बकाया थी, जिसके चलते स्कूल प्राचार्य ने ट्रांसफ़र सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया, जिससे बच्चे की कक्षा सातवीं की नियमित पढ़ाई प्रदेश के किसी भी शिक्षण संस्था पर नहीं हो पा रही थी ,और बच्चा घर पर बैठा था, जैसा ही यह विषय संज्ञान में आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता के पास पहुंचा उन्होंने बच्चे की अनिवार्य शिक्षा कानून के तहत छात्र की अध्ययन में बाधा मानते हुए तत्काल दुर्ग कलेक्टर /पुलिस अधीक्षक /और जिला शिक्षा अधिकारी को संबंधित स्कूल के ऊपर कार्यवाही करने का निर्देश जारी किए और शिक्षा अधिकारी का इस बात को विशेष निर्देश दिया कि किसी भी सरकारी स्कूल में बच्चे की सातवीं के पढ़ाई नियमित रूप से कराई जावे, ताकि उसका साल खराब ना हो निर्देश/ आदेश पत्र आयोग से जारी होने के 24 घंटे के अंदर ही स्कूल के प्राचार्य का छात्र के पालक को फोन आ गया और उन्होंने उन्हें बैक डेट में स्थानांतरण प्रमाण पत्र जारी कर के दे दिया ,पिता मनबोध निर्मलकर ने वहां पर लिखित में दिया कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सहयोग के बाद मुझे स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ इस तरह आयोग की सक्रिय भूमिका से एक बच्चे का होने साल खराब होने से बच गया..(Sonal Kumar Gupta, a member of the State Child Protection Commission)