गीले मास्क के प्रयोग से बढ़ने लगी है त्वचा सम्बन्धी समस्या- सीएमएचओ डॉ. सी.बी.पी. बंसोड़ ओपीडी में आने लगे हैं, नाक में दाने,खुजली, फुंसी, गले मे खराश के मरीज।




सुकमा 13 जुलाई। कोरोना महामारी में मास्क की अहमियत बड़ी है। कोरोना के खिलाफ मास्क को सबसे मजबूत सुरक्षा कवच भी कहा जा सकता है। लेकिन इन दिनों मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण कई बार लोग गीला मास्क पहनने लगे है। जिससे स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यायें हो रही है। ऐसे में नमी भरे मौसम में मास्क को लेकर खास सतर्कता बरतने की जरूरत है। गीला मास्क कोरोना संक्रमण से सुरक्षा देने के बजाय फंगस संक्रमण को बढ़ावा देने लगा है। जिससे त्वचा सम्बन्धी समस्या भी बढ़ने लगी है।
जिला सीएमएचओ डॉ. सी.बी.पी. बंसोड़ ने बताया, "गीला मास्क पहनना बेहद खतरनाक है , बारिश शुरू होते ही नियमित ओपीडी में गीले मास्क की वजह से खुजली, नाक में दाने, फुंसी, गले में खराश, जैसी समस्याएं लेकर मरीज पहुंचने लगे हैं। वातावरण में मौजूद वायरस गीले मास्क के संपर्क में आकर सक्रिय हो जाते हैं ऐसे में जरूरी है कि कोरोना से बचने के लिए मापदंड के अनुरूप व सूखा मास्क ही पहना जाए।उन्होंने बताया बरसाती मौसम में इतनी नमी होती है कि बूंदाबांदी न भी हो रही हो तो भी कुछ घंटों में मास्क नम हो सकता है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि बाहर खुले इलाकों में काम करने वाले लोग समय-समय पर अपने मास्क को बदलते रहे। बरसात के मौसम में ऐसे लोग अपने पास कम से 2 से 3 अतिरिक्त मास्क रखें ताकि उन्हें मास्क के हल्का नम या पूरा गीला हो जाने के बाद भी उसे ही लगाए रखना न पड़े। इसके अलावा, घर से बेहद जरूरी काम के लिए ही बाहर जाने वाले लोग भी अपनी जेब में एक अधिक मास्क लेकर ही बाहर निकले ताकि अचानक मौसम खराब हो जाए तो उन्हें गीला मास्क न लगाना पड़े।“
फंगस इंफेक्शन का खतरा
कवक या फंगल बैक्टीरिया के पनपने के लिए नमी भरा मौसम सबसे अनुकूल होता है। ऐसे में अगर मुंह पर लगा मास्क वातावरण के कारण नम अथवा गीला हो जाता है तो उसमें फंगल जीवाणु पहुंच जाएंगे। ये जीवाणु मास्क के माध्यम से नाक में प्रवेश कर सकते हैं। इस वक्त कोरोना संक्रमण के कारण लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो गई है, ऐसे में बहुत संभावना है कि यह फंगल इंफेक्शन आपके फेफड़ों में पहुंचकर शरीर को बीमार कर दे।
धूप में सुखाएं मास्क
मास्क को कुछ देर धूप में सुखा लेना सबसे बेहतर उपाय है। सामान्य मौसम में भी गीला या फिर गंदा मास्क न पहने। कम से कम दो मास्क का उपयोग करें, एक इस्तेमाल के बाद धोकर धूप में सुखा लें और तब तक दूसरा साफ मास्क इस्तेमाल करें। साथ ही अगर लोग डिस्पोजेबल मास्क लगा रहे हैं तो उसे आठ घंटे के बाद बदल दें।