CG:विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर समाधान महाविद्यालय बेमेतरा में जागरूकता कार्यक्रम...नशा नाश की जड़ है - नलेश्वर*




संजू जैन:7000885784
बेमेतरा:विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्त भारत अभियान के तहत समाधान महाविद्यालय बेमेतरा के तत्वावधान में आयोजित नशामुक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वक्ता समाजसेवी नलेश्वर साहू प्राचार्य और अधिवक्ता खुलेश अजय साहू छ. ग. उच्च न्यायालय बिलासपुर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉक्टर अवधेश पटेल जी ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए किया उन्होंने व्यसन और उसके प्रकार को बताते हुए कहा कि व्यक्ति किस प्रकार धीरे-धीरे नशा का गुलाम हो जाता है और उसके बाद उसके दुष्प्रभाव से तन मन धन (साधन), घर परिवार का वातावरण कैसे खराब हो जाता है फिर व्यक्ति का पतन हो जाता है। उन्होंने संस्था में अध्ययनरत विभिन्न निकायों के विद्यार्थियों के साथ ही साथ समर कैंप में जिलेभर से आए हुए विद्यार्थियों के बीच बोलते हुए सब को आगाह किया की नशा की लत लगने के बाद जुड़ने के नाना उपाय करने के बजाएं नशा को शुरू से ही ना कहना अधिक उपयुक्त है। प्राचार्य श्री नलेश्वर साहू ने व्यक्ति के व्यसन के शिकार होने के कारण व व्यसन को परिभाषित करते हुए उनसे बचने के उपाय सहित और महत्वपूर्ण बातों को रेखांकित किया। आगे बोलते हुए श्री साहू जी ने किशोरावस्था के जिज्ञासु और कुछ सीखने की ललक वाले आयु में जिज्ञासु मन वातावरण में घट रही घटनाओं के छुपे हुए पहलू को नहीं समझ पाता और देखकर सुनकर आजमाना चाहता है जिसके कारण किशोर वय में आजमा कर देखना चाहता है जिसके दुष्परिणाम स्वरूप एक बार नशा करके देखना चाहता है फिर धीरे-धीरे वह व्यसन के गिरफ्त में आ जाता है अतः नशा से बचने का सबसे अच्छा उपाय यह है की किशोर वय में ही विद्यार्थियों को नशा के प्रति सावधानी व उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। हाई कोर्ट अधिवक्ता खुलेश अजय साहू ने बताया कि किस प्रकार व्यक्ति अपने मनोबल से अपने स्वाभिमान की रक्षा से आत्म सम्मान पूर्वक जीवन जीने के दृढ़ संकल्प से नशा से बचा रह सकता है और अपने सहित परिजनों और परिवेश की जीवन शैली को सभ्यता और संस्कृति के अनुसार उचित रूप से कायम रख सकता है सभा कक्ष में उपस्थित सैकड़ों विद्यार्थियों के समक्ष श्री साहू जी ने कैरियर मार्गदर्शन करते हुए किस प्रकार कानून के क्षेत्र में अध्ययन यदि चाहे तो कर सकते हैं कौन-कौन से प्रवेश की प्रक्रिया और अध्ययन हेतु कहां-कहां संस्थान उपलब्ध है इन सब के बारे में उपस्थित जिज्ञासु विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। विद्यार्थियों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का समाधान पुर्वक उत्तर दिए नशामुक्ति के इस जागरूकता कार्यक्रम में समर कैंप के 150 से अधिक विद्यार्थी, आईटीआई के विद्यार्थी और समाधान महाविद्यालय के प्राध्यापकगण,पीतांबर झा, समर कैंप समन्वयक अंशु दत्ता, विनीता अग्रवाल, स्वीटी मलिक, डॉक्टर डी मानिकपुरी, उपस्थित रहे।