2 कॉलगर्ल की बलि: संतान के लिए 7 दिन में 2 कॉलगर्ल की बलि.... मर्डर-2 देख बनाया हत्या का प्लान.... मास्टरमाइंड ने मारने से पहले दोनों से बनाए थे संबंध.... SEX के बाद की हत्या फिर लगाया सिंदूर.... VC पर तांत्रिक पढ़ रहा था मंत्र.......




डेस्क। कॉलगर्ल हत्याकांड को लेकर सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। इसमें 2 महिला और तांत्रिक सहित पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। बलि चढ़ाने के लिए हत्या की गई थी। बेटे की चाहत में एक नहीं, बल्कि दो नरबलियां दी गईं। दोनों हत्याओं में कॉलगर्ल का ही इस्तेमाल किया गया। उन्हें मारने से पहले हत्याकांड के मास्टरमाइंड ने उनके साथ सेक्स किया था। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शरद पुर्णिमा की रात आरती मिश्रा नाम की लड़की की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ही ली। आरती पेशे से कॉलगर्ल थी। आरती की हत्या एक निसंतान दंपती ने कर दी थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी पति बेटू भदौरिया और आरोपी ममता भदौरिया को शादी के 18 साल बाद भी बच्चे नहीं थे। काफी इलाज कराया लेकिन बच्चे नहीं हुए। जिस के बाद दंपत्ति तांत्रिक गिरवर यादव के पास पहुंचे। कई टोने टोटके किए लेकिन बच्चा नहीं हुआ। जिसके बाद तांत्रिक ने ही दंपत्ति को कहा कि पूर्णिमा की रात किसी इंसान की बलि देने से बच्चा हो जाएगा।
आरोपी ममता ने अपनी ननद मीरा राजावत और उसके लिव इन पार्टनर नीरज परमार को ये बात बताई। जिस के बाद कॉलगर्ल आरती को 10 हजार रुपए का लालच देकर बुलाया गया। इसके बाद चारों ने मिलकर घर की छत पर आरती की गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इस के बाद ननद मीरा अपने प्रेमी नीरज के साथ आरती की लाश को बाइक पर बैठाकर तांत्रिक गिरवर के घर ले जा रहे थे, लेकिन ट्रिपल आईटीएम कॉलेज के पास लाश गिर गई। उसी दौरान सड़क से गुजर रहे लोगों को देख दोनों लाश को वहीं छोड़ भाग निकले।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने मर्डर 2 फिल्म देखी थी। उसी आधार पर अकेली रहने वाली कॉलगर्ल आरती को बलि के लिए चुना गया। इसकी बलि देने के बाद उनको पकड़े जाने का जोखिम नहीं होने का भरोसा था। ग्वालियर SP अमित सांघी ने बताया कि मोती झील इलाके में रहने वाले बेटू भदौरिया और ममता भदौरिया की शादी के 18 पहले हुई थी। सालों बाद बच्चे नहीं होने से पति-पत्नी दुखी थे। दोनों ने कई देव स्थानों और बाबाओं के दरबार मे जाकर मन्नत मांगी, लेकिन बच्चा नहीं हुआ। कुछ दिनों से दोनों तंत्र मंत्र वाले बाबाओं के चक्कर लगा रहे थे। जिसके बाद मीरा ने अपने प्रेमी से किसी तांत्रिक के पास जाने की इच्छा जताई। जिसके बाद नीरज इनको तांत्रिक गिरवर यादव के पास ले गया। तांत्रिक गिरवर यादव ने ही पूनम की रात बलि देने की बात कही थी।
हत्या फिर लगाया सिंदूर
बच्चे की चाहत में ग्वालियर में नरबलि कांड में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने एक नहीं बल्कि दो-दो कॉलगर्ल की बलि दी। पहली बलि दुर्गाष्टमी और दूसरी शरद पूर्णिमा को दी गई। इतना ही हत्याकांड के मास्टरमाइंड नीरज परमार ने दोनों को मारने से पहले शारीरिक संबंध भी बनाए। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि जिस वक्त हत्याएं हो रही थीं, उस वक्त तांत्रिक वीडियो कॉल पर ही मंत्र पढ़ रहा था। पुलिस ने बताया कि आरती कॉलगर्ल की हत्या के आरोप में पकड़े गए आरोपियों ने एक बड़ी गलती कर दी थी। भिंड में मारी गई कॉलगर्ल नीरू का सिम कार्ड तांत्रिक के पास मिला। सबसे बड़ी बेवकूफी यह थी कि वह यह सिम कार्ड अपने मोबाइल में इस्तेमाल कर रहा था लेकिन इसी से सारा राज खुल गया। जिस जगह आरती की हत्या की गई, वहां शराब की बोतल, सिंदूर और कलावा भी मिले हैं।