लालू यादव को 5 साल की सजा BIG ब्रेकिंगः बिहार के पूर्व CM लालू यादव को पांच साल की सजा.... 60 लाख का जुर्माना भी.... CBI कोर्ट ने बहुचर्चित चारा घोटाला में दिया निर्णय.... लालू परिवार मे फिर छाई मायूसी.... 139 करोड़ की अवैध निकासी का मामला......

RJD Chief Lalu Prasad Yadav Fodder Scam CBI Court 5 years imprisonment 60 lakh fine

लालू यादव को 5 साल की सजा BIG ब्रेकिंगः बिहार के पूर्व CM लालू यादव को पांच साल की सजा.... 60 लाख का जुर्माना भी.... CBI कोर्ट ने बहुचर्चित चारा घोटाला में दिया निर्णय.... लालू परिवार मे फिर छाई मायूसी.... 139 करोड़ की अवैध निकासी का मामला......

...

डेस्क। लालू प्रसाद यादव को डोरंडा कोषागार से जुड़े चारा घोटाले में पांच साल की सजा सुनाई गई है। उनपर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज एसके शशि ने यह फैसला सुनाया। लालू के वकील ने बताया कि आगे बेल के लिए अर्जी दी जाएगी। लेकिन बेल नहीं मिलने तक लालू को जेल में ही रहना पड़ेगा। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने चारा घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को पांच साल की सजा मुकर्रर की है। इसके साथ ही 60 लाख का जुर्माना भी। इससे पहले चारा घोटाले के एक केस में उन्हें पहले से 14 साल की सजा सुनाई गई थी। 

उस मामले में वे जमानत पर चल रहे हैं। बताते हैं, चारा घोटाले का ये पांचवा केस था। इसे चारा घोटाला-डूरंडो नाम से जाना जाता है। अब जमानत मिलते तक लालू को फिर से जेल जाना होगा। 950 करोड़ रुपये के बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़े रांची के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ के गबन के मामले में सीबीआई अदालत आज राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव समेत 38 दोषियों को सजा सुनाएगी। अदालत ने 15 फरवरी को इन सभी आरोपियों को दोषी करार दिया था। विशेष सीबीआई अदालत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आज सजा सुनायेगी।


सीबीआई के विशेष अभियोजक बीएमपी सिंह ने बताया कि विशेष अदालत ने शनिवार को निर्देश दिया कि 15 फरवरी को दोषी करार दिये गये 41 आरोपियों में से अदालत में पेश हुए 38 दोषियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सजा सुनायी जायेगी। उन्होंने कहा कि तीन अन्य दोषी 15 फरवरी को अदालत में उपस्थित नहीं हो सके थे जिसके चलते अदालत ने तीनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। सिंह ने बताया कि जिन 38 दोषियों को सजा सुनायी जानी है, उनमें से 35 बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं जबकि लालू प्रसाद यादव समेत तीन अन्य दोषी स्वास्थ्य कारणों से राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती हैं। 

मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगी हैं। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि अदालत के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। इसे राजनीतिक बदले या साजिश के रूप में नहीं देखना चाहिए। केसी त्यागी ने आगे कहा कि मुझे इस बात का अफसोस है कि लालू यादव, नीतीश कुमार, शरद पवार, रामविलास पासवान और मैं भी जय प्रकाश नारायण के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हिस्सा रहे। लेकिन हम में से ही कोई आदमी भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाए, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।