सरकारी स्कूल के कार्यक्रम में भारी अश्लीलता.... विधायक जी थे मुख्य अतिथि.... सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स के सामने अश्लील डांस.... फंक्शन में स्टाफ देखता रहा फूहड़ डांस.... VIDEO वायरल....

Obscene dance school front of children MLA chief guest VIDEO went viral officer said

सरकारी स्कूल के कार्यक्रम में भारी अश्लीलता.... विधायक जी थे मुख्य अतिथि.... सरकारी स्कूल में स्टूडेंट्स के सामने अश्लील डांस.... फंक्शन में स्टाफ देखता रहा फूहड़ डांस.... VIDEO वायरल....

...

राजस्थान अलवर के एक सरकारी स्कूल के कार्यक्रम में अश्लीलता हुई। सरकारी स्कूल में एनुअल फंक्शन के नाम अश्लील डांस किया गया। डांसर ने बच्चों के सामने कई फूहड़ डांस मूव्स किए। इसके लिए लाखों रुपए खर्च कर डांसर को बुलाया गया। एनुअल फंक्शन के साथ क्लास रूम का उद्घाटन और सम्मान समारोह भी था। इसमें स्टूडेंट को भी सम्मानित करना था। कार्यक्रम में विधायक से लेकर ब्लॉक के अधिकारियों को बुलाया गया था। इस दौरान सुरेंद्र भाटी एंड पार्टी की ओर से डांस करना था। इस दौरान पार्टी में शामिल दो लड़कियों को डांस करने स्टेज पर बुलाया गया। हरियाणवी सॉन्ग पर दोनों ने अश्लील डांस स्टूडेंट्स के सामने किया।

 

वहां विधायक बलजीत यादव को मुख्यातिथि के तौर पर बुलाया गया था। यह एनुअल फंक्शन बहरोड़ ब्लॉक के मोहम्मदपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में हुआ था। इसमें स्कूल के स्टूडेंट्स, उनके पैरेंट्स और अन्य अतिथियों को भी आमंत्रित किया गया था। बताया जाता है कि भीड़ जुटाने के लिए यहां इन कलाकारों को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम के दौरान मंच पर बच्चों के सामने ऐसा डांस किया, जिसे स्कूली शिक्षा, संस्कृति के अनुरूप नहीं ठहराया जा सकता। अश्लील डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी सकते में आ गए। 

 

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से जानकारी ली। गांववालों का कहना है कि अगर शिक्षा के मंदिर में ही अश्लीलता परोसी जाए तो बच्चों का भविष्य कहां जाएगा। सवाल इस बात पर ही उठ रहे हैं कि कार्यक्रम में ब्लॉक स्तर के विभागीय अधिकारियों के सामने यह सब होता रहा और किसी ने सवाल नहीं उठाए। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों से जब इस मामले में पूछा गया वे मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए। एडिशनल चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर(ACBEO) दारा सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सृजन और मौलिकता को निखारना था। यदि अश्लील डांस करवाया है और वीडियो सामने आया है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।