जरूर आएगी तीसरी लहर: हेल्थ एक्सपर्ट के दावे ने बढ़ाई धड़कनें.... कोरोना की थर्ड वेव को आने से कोई नहीं रोक सकता.... बचने के लिए यह अनिवार्य.... ओमिक्रॉन पर एक्सपर्ट ने कही ये बड़ी बात......




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डेस्क। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर के कई देशों में अपने पैर जमा चुका है। देश के महानगरों जैसे मुंबई, अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी ओमिक्रॉन के नए केस चिंता पैदा करने वाले हैं। ऐसे में लोगों के जेहन में बूस्टर डोज की मांग बढ़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर निश्चित है। ऐसे में लोगों की सुरक्षा के लिए विशेषकर हेल्थकेयर वर्कर्स, कम एंटीबॉडी और बुजुर्गों के लिए बूस्टर खुराक का रोडमैप बनाया जाना चाहिए। लोगों की सुरक्षा के लिए बूस्टर डोज पर विचार करना चाहिए, खासतौर पर स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले बूस्टर डोज लगातार सेफ करना चाहिए।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमाीक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉ. अशोक सेठ ने कहा है कि यह अटल है और तीसरी लहर आने वाली है। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज के लिए एक रोडमैप तैयार करना होगा, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है और जो स्वास्थ्यकर्मी हैं। देश भर में ओमीक्रोन के मामलों में वृद्धि का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि हम वास्तव में जोखिम में हैं और हमें तैयारियों की आवश्यकता है। ओमीक्रोन संक्रमण पहलुओं पर ध्यान देते हुए डॉ सेठ ने कहा कि संस्करण बेहद संक्रामक है और यह हमारी इम्यूनिटी से बच जाता है।
यानी की वैक्सीनेशन के असर को भी ये कम कर सकता है। डॉ सेठ ने कहा कि बीमारी की गंभीरता पूरी तरह से किसी के शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से संबंधित है। भारत एक विशाल देश है और अस्पताल में बहुत सारे मरीजों को भर्ती कराया जा सकता है। डॉ सेठ ने ओमीक्रॉन मामलों के संबंध में इंग्लैंड के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि इंग्लैंड में जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है और जिनकी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया खराब है उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह संस्करण एक आपातकालीन समस्या पैदा नहीं करेगा जिसके लिए ऑक्सीजन की जरुरत पड़े।