बड़ी खबर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन जारी..... अब न जिंक, न विटामिन की गोली... आइवरमेक्टिन समेत इन दवाओं का नहीं होगा इस्तेमाल.... देखें कोराना के इलाज पर आई सरकार की नई सलाह....

बड़ी खबर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन जारी..... अब न जिंक, न विटामिन की गोली... आइवरमेक्टिन समेत इन दवाओं का नहीं होगा इस्तेमाल.... देखें कोराना के इलाज पर आई सरकार की नई सलाह....


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कोरोना वायरस के इलाज के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें उन दवाओं को हटा दिया गया है जो पिछले दिनों डॉक्टर अधिकांश कोरोना मरीजों के इलाज में लिख रहे थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना इलाज के लिए जारी की गई नई गाइडलाइंस में कई दवा पर रोक लगा दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना उपचार में दी जाने वाली आइवरमेक्टिन, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, आइवरमेक्टिन, जिंक, मल्टीविटामिन समेत अन्य दवाओं पर रोक लगा दी है। साथ ही लोगों से पौष्टिक आहार लेने की भी अपील की है।

 

कोरोना की जो नई गाइडलाइन जारी हुई है उसमें-

 

कोई एंटीबायोटिक नहीं लेना
कोई विटामिन या जिंक की गोली नहीं लेनी है
आइवरमेक्टिन का इस्तेमाल नहीं करना है
बुखार आने पर केवल पेरासिटामोल


गाइडलाइन जारी हुई है उसमें कई दवाओं को हटा दिया गया जिनको डॉक्टर सामान्य लक्षण पर भी लिख रहे थे। इसमें आइवरमेक्टिन, जिंक, मल्टी विटामिन आदि शामिल है। साथ ही कोरोना मरीजों के लिए 6 मिनट वॉक टेस्ट की बात इस गाइडलाइन में कही गई है।रेमडेसिविर के इंजेक्शन को लेकर खास निर्देश जारी किए गए हैं। यह इंजेक्शन केवल हॉस्पिटल में एडमिट गंभीर मरीजों को ही देना है। घर पर जो मरीज हैं उनको इसको लेने के सख्त मनाही है। नई गाइडलाइन में कहा गया है कि मरीजों को बेवजह सीटी स्कैन कराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों से भी कहा गया है कि वो इस प्रकार की राय न दें। ऑक्सिजन और स्टेरॉयड का इस्तेमाल सही तरीके से हो। 

 

 

डीजीएचएस ने बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले मरीजों के इलाज के लिए नई संशोधित गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत अब कोरोना मरीजों के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, आइवरमेक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, जिंक, मल्टीविटामिन समेत अन्य दवाओं को बंद कर दिया गया है। ऐसे में मरीजों को बुखार होने पर सिर्फ एंटीपाइरेटिक और जुखाम होने पर एंटीट्यूसिव दी जाएगी। इसके अलावा गाइडलाइन में साफ किया गया कि बिना ठोस वजह के किसी को भी सीटी स्कैन करवाने के लिए ना भेजा जाए, क्योंकि इसके कुछ नाकारात्मक असर भी पड़ते हैं।

 

केंद्र सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, जिन मरीजों में कोरोना संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आते या हल्के लक्षण हैं, उन्हें किसी तरह की दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है। हालांकि, दूसरी बीमारियों की जो दवाएं चल रही हैं, उन्हें जारी रखना चाहिए। साथ ही मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए।