मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत ठरकपुर जो जंगल के बीचो बिच बसा है यहाँ के सरपंच के नेक कार्यो का क्षेत्र में होती है चर्चा सभी सरपंचो के बन सकते है आदर्श

मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत ठरकपुर जो जंगल के बीचो बिच बसा है यहाँ के सरपंच के नेक कार्यो का क्षेत्र में होती है चर्चा सभी सरपंचो के बन सकते है आदर्श

मस्तूरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत ठरकपुर जो जंगल के बीचो बीच बचा हुआ है ग्राम पंचायत के सरपंच पति लक्ष्मण पटेल ग्राम पंचायत में अपने नेक कामों के लिए मशहूर हैं हालांकि उन्हें राजनीति में आए अभी कुछ ही साल हुए हैं पर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों से ऐसा लगता है कि वे समाज के कल्याण के लिए ही सरपंच बने हैं चुनाव के समय में सरपंच ने खुद अपना मेनिफेस्टो तैयार किया था जिसको वे जीतने के बाद धीरे-धीरे लागू कर रहे हैं मेनिफेस्टो में गांव के प्रत्येक गरीब परिवार की बेटी की शादी में 5100,रुपये व राशन देना जिसमे उन्हीने अभी तक 18 लोगो की शादी में लगभग एक लाख रूपये नगदी इन डेढ़ सालो में दे चुके है ऐसे गरीब परिवारों को जिनका राशन कार्ड नहीं है उन्हें हर महीने मुक्त चावल वितरण करवाते हैं गांव में कोई भी छात्र या छात्रा जो अच्छे नंबरों से पास होते हैं उनको नगद प्रोत्साहन राशि 3100 रुपये दे रहे है गांव में प्रत्येक वर्ष होने वाले खेलकूद में 25000 तक नगद पुरस्कार दे रहे गांव में गरीब परिवार में दुखद परिस्थिति में राशन व नकदी का व्यवस्था करवाते हैं ऐसे हैं ठरकपुर के लोकप्रिय सरपंच गांव में इनको सब भगवान का रूप मानते हैं जो हर विषम परिस्थिति में लोगों के साथ खड़े रहते हैं और ऐसे सभी ग्राम पंचायत के लिए यह एक रोल मॉडल बन सकते हैं मालूम हो की पंचायत चुनाव में इन्होने 15 साल से जमे हुए ब्यक्ति को अपनी ब्वावहार कुशलता से मात दे कर सरपंच पद पर जित हासिल किया है