ओखरगढ़ में चल रहे अखंड नवधा रामायण का हुआ आज समापन भक्ति से ही मिलती है शक्ति देव पूजन से ही मन कि शांति और समृद्धि की होती है प्राप्ति-काशीराम रजक

ओखरगढ़ में चल रहे अखंड नवधा रामायण का हुआ आज समापन भक्ति से ही मिलती है शक्ति देव पूजन से ही मन कि शांति और समृद्धि की होती है प्राप्ति-काशीराम रजक

मस्तूरी,ओखर में चल रहे अखण्ड नवधा रामायण का आज समापन हुआ जहाँ क्षेत्र के कई रामायण मंडलियों को पुरस्कारों से नवाजा गया यहाँ पिछले नौ दिनों से ग्राम वासियों को मर्यादा पुरशोत्तम श्री राम जी कि कथा सुनने का अवसर प्राप्त हो रहा था और गांव के नागरिको ने बताया कि हमारे गांव में भी कई टोलिया है पर जब जब काशीराम रजक अपने स्वर में गाना सुरु करते है तो ना सिर्फ गांव वाले बल्कि आसपास के ग्रामीण भी रामायण स्थल में इनको सुनने जरूर पहुंचते है आपको बताते चले कि काशीराम रजक पेशे से शिक्षक है और रजक समाज के राष्ट्रीय सचिव भी है पर इतने ब्यस्तता के बावजूद वो रामायण संगीत के लिए समय निकाल ही लेते है और अपनी भक्ति कि शक्ति से सभी अच्छे कामो को टाइम टू टाइम करते है और अपनी गायन से श्रोताओ का मन मोह लेते है मालूम हो कि ओखरगढ में प्रत्येक वर्ष अखंड नवधा रामायण का आयोजन किया जाता है इसमें संगीत को तीन अलग-अलग भाग में बांटा गया था शास्त्री संगीत सुगम संगीत लोक संगीत और तीनों ही संगीत में अलग-अलग पुरस्कार की व्यवस्था भी की गई थी