नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति से बढ़ रहें हम जल्द जड़ से ख़त्म करेंगे नक्सल समस्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पढ़े पूरी ख़बर




छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई पर आधारित इस लेख में कई महत्वपूर्ण आंकड़े और जानकारियां प्रस्तुत की गई हैं, जो राज्य में नक्सलवाद के खात्मे के प्रयासों को दर्शाती हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान के अनुसार, इस साल अब तक 802 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 742 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इसके अतिरिक्त, सुरक्षाबलों ने 194 नक्सलियों को मार गिराया है। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान काफी प्रभावी रहा है।
‘नक्सलवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर समीक्षा की गई। उन्होंने दावा किया कि मार्च 2026 तक उग्रवाद पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और गृहमंत्री की प्रशंसा की, जिन्होंने राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाया है।
दो दिन के ऑपरेशन में 31 नक्सली ढेर
गृहमंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ की बात की, जिसमें जॉइंट टास्क फोर्स का गठन भी शामिल है। इस नीति का मकसद नक्सलवाद और उग्रवाद को पूरी तरह से समाप्त करना है। हाल ही में नारायणपुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर हुए दो दिन के ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को ढेर किया, जिसे सरकार की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री साय के अनुसार, जब से बीजेपी की सरकार बनी है, नक्सलवाद के खिलाफ सफल अभियान चलाए जा रहे हैं।