मस्तूरी में एक स्कूल ऐसा भी जहां नहीं है बच्चों की बैठने की व्यवस्था एक साल से ऊपर हो गया चल रहा मरम्मत का कार्य अतिरिक्त कक्ष में भी ठेकेदार ने भर दिया अपना पूरा सामान कहां करें बच्चे पढ़ाई कहां हैं विभाग के अधिकारी क्यों नहीं ले रहें संज्ञान जानें पूरा मामला पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर//वैसे तो सरकार सरकारी स्कूलो की स्थिति सुधारने के लिए करोड़ो रुपए खर्च कर रही है ताकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को वह तमाम सुविधाएं मिल सके जो प्राइवेट स्कूल बच्चों को मुहैया कराती है पर कुछ लापरवाह अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत से सरकारी स्कूलों में काम को अधूरा छोड़कर ठेकेदार चले जाते हैं और इससे बच्चों की न सिर्फ पढ़ाई प्रभावित हो रही है बल्कि उनके लिए बैठने तक की व्यवस्था नहीं हो पाती है ऐसा ही एक मामला मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कुकुर्दीकला में सामने आया है जहां आश्रित ग्राम छोटे कुकुर्दीकला में प्राथमिक शाला में लगभग 1 साल पहले टाइल्स लगाने और मरम्मत कार्य करने की शुरुआत की गई थी छत मरम्मत का कार्य तो पूर्ण कर लिया गया पर टाइल्स अभी तक कुछ-कुछ जगहों पर लगना बाकी है 1 साल से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी यहां काम आज भी पेंडिंग पड़ा हुआ है लगभग 6 महीना पहले हमने सरपंच से इस बारे में बात किया था तब हमने पूछा था उनसे कि यह काम कब तक पूरा हो जाएगा उस समय उन्होंने एक हफ्ते से भी कम समय में काम पूरा कर लेने की बात कही थी पर आज भी 6 महीना बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका है ऊपर से एक छोटे से भवन में जहां स्कूल लगाई जा रही है वहां भी ठेकेदार ने ऑफिस रूम में अपना पूरा सामान भर कर रख दिया है जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है अब ऐसे में कैसे पालक बच्चों की उज्जवल भविष्य की कामना कर सकते हैं जहां बच्चों के बैठने तक के लिए जगह की कमी हो वहां कैसे बच्चों का भविष्य गढ़ा जा सकता है बात रंग रोगन की तो स्कूल के अंदर भी चुना से लीपा पोती करके स्कूल के भवन को छोड़ दिया गया है अब देखना होगा मस्तूरी में बैठे शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी इस पर कब संज्ञान लेते हैं और कब बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था सुचारू रूप से बिना किसी व्यवधान के यहां शुरू हो पाती है कहीं ऐसा तो नहीं कि यहां भी कागजों में सब कुछ कंप्लीट बता कर लीपा पोती का काम हो रहा है अगर ऐसा होगा तो निश्चित रूप से यह बच्चों के भविष्य पर प्रहार होगा मालूम हो कि यह पूरा काम कुकुर्दीकला के सरपंच के देखरेख में ही हो रहा है !