भारत ने रचा इतिहास जम्मू-कश्मीर में बना दुनिया का सबसे ऊंचा चिनाब रेल ब्रिज ट्रायल रन में दौड़ी ट्रेन पढ़े पूरी ख़बर




विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल चिनाब नदी की घाटी में बनाया गया है. रविवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच स्थित इस पुल पर पहली ट्रायल ट्रेन सफलतापूर्वक चली
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. इसमें कहा गया कि यूएसबीआरएल के लिए सभी निर्माण कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं, केवल सुरंग संख्या 1 आंशिक रूप से अधूरी रह गई है.
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) की यह महत्वपूर्ण परियोजना है. कुल 272 किलोमीटर लम्बी यूएसबीआरएल परियोजना में से 209 किलोमीटर का काम चरणों में पूरा किया गया, जिसमें 118 किलोमीटर का काजीगुंड-बारामुल्ला खंड का पहला चरण अक्टूबर 2009 में शुरू हुआ. उसके बाद जून 2013 में 18 किलोमीटर का बनिहाल-काजीगुंड, जुलाई 2014 में 25 किलोमीटर का उधमपुर-कटरा और इस साल फरवरी में 48.1 किलोमीटर का बनिहाल-सांगलदान खंड शुरू हुआ.
46 किलोमीटर के सांगलदान-रियासी खंड के चालू होने के साथ ही रियासी और कटरा के बीच केवल 17 किलोमीटर के हिस्से पर काम बाकी रह गया है, जिसके इस साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है. इसके चालू होने से कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से रेलगाड़ी से जोड़ा जा सकेगा. यह एक स्वप्निल परियोजना है, जिस पर 1997 में काम शुरू हुआ था और भूगर्भीय, स्थलाकृतिक और मौसम संबंधी चुनौतियों के कारण कई बार समयसीमाएं चूक गई हैं.
सफलतापूर्वक हुआ ट्रायल रन
रेलवे के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संगलदान से रियासी के बीच पहली ट्रेन को हरी झंडी 30 जून को दिखाई जाएगी, जो जम्मू के रियासी जिले को रेलवे लाइन के जरिए कश्मीर से जोड़ेगी. उन्होंने बताया कि ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल सफलतापूर्वक किया गया, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
उन्होंने कहा कि इंजन ट्रायल सीआरएस निरीक्षण के लिए एक पूर्व शर्त है. पिछले महीने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने मोटर ट्रॉली के जरिए चेनाब ब्रिज से संगलदान स्टेशन तक का निरीक्षण किया था. उन्होंने बक्कल-डुग्गर-सावलकोट-सावलदान सेक्शन में ट्रैक, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल सिस्टम और सिग्नल टेलीकॉम कार्यों का आकलन किया था.
पर्यटन स्थल के रूप में किया जाएगा विकसित
पेरिस के प्रतिष्ठित एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा, नदी तल से 359 मीटर ऊपर स्थित 1.3 किलोमीटर लंबा चेनाब रेल पुल परियोजना की एक महत्वपूर्ण कड़ी है. जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने पहले ही पुल को 'पर्यटक स्थल' के रूप में विकसित करने की योजना की घोषणा की थी.