ग्राम बिरकोना में जमीन विवाद को लेकर हुए विवाद में अश्वनी सूर्यवंशी ने रामाधार का तोडा पैर आई सी यू में भर्ती पर कोनी थाना में दर्ज हुआ सामान्य मार पिट का केस 11 दिन बीतने के बाद भी कोनी पुलिस की पहुंच से बहार है आरोपी क्या कोनी थाने में नहीं होती आम आदमी की सुनवाई

ग्राम बिरकोना में जमीन विवाद को लेकर हुए विवाद में अश्वनी सूर्यवंशी ने रामाधार का तोडा पैर आई सी यू में भर्ती पर कोनी थाना में दर्ज हुआ सामान्य मार पिट का केस 11 दिन बीतने के बाद भी कोनी पुलिस की पहुंच से बहार है आरोपी क्या कोनी थाने में नहीं होती आम आदमी की सुनवाई

कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम बिरकोना में  जमीन विवाद को लेकर हुए दो पक्षों में मारपीट में रामाधार को अश्वनी सूर्यवंशी ने इतना मारा की उसका पैर टूट गया यहाँ तक की पीड़ित की हालत इतनी ख़राब थी की उसको गंभीर हालत में आई सी यू में भर्ती कराया गया था बावजूद इसके कोनी थाने में मामला ले दे कर दर्ज किया गया वो भी आरोपी के पक्ष में रिपोर्ट में सामान्य मार पिट का मामला दर्ज कर मामले को रफा दफा करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है ताज्जुब की बात तो ये है की पुलिस के हाथ अभी भी खाली है आरोपी ने रामाधार के पैर को मार कर तोड़ दिया मौत से हॉस्पिटल में लड़ रहा है पर पुलिस आरोपी को अभी तक नहीं पकड़ पाई है आरोपी खुले आम घूम रहा है अब इस बात को समझिये की अगर आम आदमी की रक्षा करने वाले पुलिस ही गहरी निद्रा में सो जाये तो क्या होगा एक आम आदमी के साथ अन्याय होगा जान से मारने की कोई कोशिस करेगा तो वो किसके पास जायेगा पर पुलिस ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए है मामला यही ख़त्म नहीं होता इस विषय में बिलासपुर एस पी दीपक झा से भी पीड़ित पक्ष ने शिकायत किया है की उनको 11 दिन बित जाने के बाद भी न्याय नहीं मिल पाई है ना ही आरोपी की गिरफ़्तारी हुई है जिसपर उन्होंने कार्यवाही का भरोषा दिलाया है वही पीड़ित पक्ष रोज न्याय के लिए दर दर भटक रही है पर न्याय नहीं मिल पा रही है अब देखना दिलचस्प होगा की कोनी थाना प्रभारी कब अपनी गहरी निद्रा से बहार निकलते है और कब आरोपी को पकड़ते है पीड़ित पक्ष ने कोनी थाना प्रभारी पर कई गंभीर आरोप लगाए है जब पीड़ित का पैर टूट चूका है तो सामान्य मार पिट की रिपोर्ट दर्ज क्यों किया गया जब पीड़ित पक्ष ने रिपोर्ट में बताया की रामाधार को बुरी तरह से पिटा गया है उसका पैर टूट चूका है फिर भी रिपोर्ट में गड़बड़ी क्यों क्यों कोनी पुलिस पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही क्यों अभी तक आरोपी खुले आम घूम रहा है क्या कोनी थाने में आम आदमी की कोई सुनवाई नहीं होती कोनी पुलिस अपने कर्तब्यो से उलट कार्य कर रही है ऐसा कहना है पीड़ित पक्ष का