मस्तूरी विद्युत् विभाग के अधिकारीयों कि लापरवाही ने ले ली पांच बेजुबानो कि जान सरपंच कोनी द्वारा दो साल पहले से दी जा रही थी जिस समस्या कि जानकारी वही गई 5 गायों कि जान दो साल में एक दिन भी विभाग के अधिकारी नींद से उठ गए होते तो आज 5 बेजुबान जिन्दा होते पढ़े पूरी खबर




मस्तूरी क्षेत्र में विद्युत् विभाग के अधिकारीयों कर्मचारियों कि लापरवाही ने ले ली 5 बेजुबानो कि जान ताजा मामला मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोनी कि है जहा करंट कि चपेट में आने से 5 बेजुबान गायों कि मृत्यु हो गई है इस मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मनी राम कैवर्त बताते है कि गांव के कुछ हिस्से में बिजली का तार पूरी तरह से निचे कि ओर झुक गया है जहा आये दिन ऐसी घटनाये होने कि सम्भावनाये बनी रहती है और इसी कि चपेट में आने से बेजुबानो ने अपनी जान भी गवा दिन और गौर करने वाली बात ये है कि जिस जगह पर ये अब्यवथा का आलम है इसकी जानकारी सरपंच द्वारा लिखित में मौखिक रूप से मस्तूरी विद्युत् विभाग को कई बार दिया जा चूका है जिसकी पावती आज भी सरपंच के पास रखा है पर विभाग कि लापरवाही या यूँ कहे कि इनकी नींद तभी खुलती है जब किसी कि जान चली जाय या कोई दुर्घटना का शिकार हो जाये अब 5 बेजुबानो कि जान जाने के बाद शायद विभाग के बेफ़िक्रों कि नींद खुल जाये और यहाँ सुधार कार्य हो जाये या और किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है कर रहे हो मस्तूरी क्षेत्र में बिजली कि समस्या चरम पर यहाँ ऐसी समस्या और भी कई गांवो में है पर जहा दुर्घटना हो जाती है वहां कि जानकारी सबको हो जाती है मस्तूरी के आसपास के गांवो में बिना बातये ही घंटो बिजली काटी जाती है और विभाग के कर्मचारियों को जानकारी के लिए उपभोक्ता फोन करे तो वो फोन भी नहीं उठाते इनको न किसी अधिकारी का डर है न सरकार कि छवि का जबकि राज्य शासन का साफ आदेश है कि कही भी बिना किसी कारण के बिजली नहीं काटी जानी है पर जमीन पर कुछ और हो रहा है थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि बिजली गुल इनको बस बहाना चाहिए मनी राम कैवर्त ये भी बताते है कि गांव के कुछ हिस्से में चार दिन से बिजली नहीं है पर मस्तूरी विद्युत् विभाग है कि गहरी निद्रा में सो रही है अब देखना होगा इनकी नींद कब खुलती है और कब यहाँ सुधार होता है और कब गांव कि बिजली आती है और कब निचे झुके तारो को ये सुधार करते है