कलेक्टर की अध्यक्षता में निपुण भारत योजना की बैठक कलेक्टर ने 30 अप्रैल तक कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश पढ़े पूरी खबर




महासमुंद // भारत सरकार द्वारा 2020 में नई शिक्षा नीति प्रारम्भ की गई थी। जिसको संचालित करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे है। नई शिक्षा नीति के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए निपुण भारत योजना प्रारम्भ की गई है। इस योजना के माध्यम से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यातमकता के ज्ञान को छात्रों तक पहुंचाया जाएगा। कलेक्टर श्री निलेशकुमार सागर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय मुलभूत साक्षरता एवं संख्यातमकता विकास परियोजना प्रबंधन इकाई (डी.पी.एम.यू-एफ.एल.एन.) का गठन किया गया। इसकी बैठक 28 फरवरी को कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई।
बैठक में कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर ने संबंधित विभाग प्रमुख एवं विषय विशेषज्ञ, शिक्षकों को निपुण भारत योजना के तहत आपस में गहन चिंतन कर जिले के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए 30 अप्रैल निर्धारित तिथि तय की। इस मौके पर कलेक्टर को एफ.एल. पुस्तिका भेंट की, जिसकी उन्होंने प्रशंसा की। निपुण भारत योजना का मुख्य उद्देश्य आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों के अंतर्गत विकसित करना है। इस योजना के माध्यम से सन् 2026-27 तक तीसरी कक्षा के अंत तक छात्रों को पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता विकसित होगी। यह योजना बच्चों के विकास के लिए बहुत कारगर साबित होगी।
जिला मिशन समन्वयक श्री अशोक कुमार शर्मा के द्वारा एजेंडावार बिंदुओं की जानकारी दी। उन्हांेने जिले के चार विकासखण्डों सरायपाली, बसना, पिथौरा और बागबाहरा के उड़िया भाषा के छात्र-छात्राओं के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने पर बल दिया। इसके अलावा जिले में प्रचलित स्थानीय भाषा में बच्चों के लिए सामग्री निर्माण हेतु जिले में विकासखण्ड स्तर पर प्रोफेशनल लर्निंग कमेटी के सदस्यों के गठन का अनुमोदन भी लिया गया। बैठक में शिक्षा गुणवत्ता में कार्य कर रहे एनजीओ के सदस्यों द्वारा अपने-अपने कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। प्रत्येक विकासखण्ड एफ.एल.एन. नोडल के द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में बताया गया।
मालूम हो कि निपुण भारत योजना को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 5 जुलाई 2021 को प्रारम्भ किया गया है। इस योजना का पूरा नाम नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विथ अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरेसी है। इस योजना के माध्यम से सक्षम वातावरण का निर्माण किया जाएगा। जिसके माध्यम से आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता के ज्ञान को छात्रों को प्रदान किया जा सकेगा। निपुण योजना के माध्यम से सन् 2026-27 तक प्रत्येक बच्चे को तीसरी कक्षा के अंत तक छात्रों को पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता विकसित की जाएगी। इस योजना का क्रियान्वयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता अभियान द्वारा किया जाएगा। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस.आलोक, अपर कलेक्टर श्री ओ. पी. कोसरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री आशीष तिवारी, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्री अशोक कुमार शर्मा, जिला परियोजना अधिकारी श्री हिमांशु भारतीय, सहायक परियोजना समन्वयक श्रीमती विद्या साहू, एस.आर.जी. सदस्य श्री ओम नारायण शर्मा, महिला एवं बाल विकास, आदिम जाति कल्याण विभाग, बी.ई.ओ., बी.आर.सी. सहित शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाले गैर शासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों व विषय विशेषज्ञ शिक्षक उपस्थित थे।