CG में एक और भाजपा नेता की हत्या : अपहरण करके BJP नेता का रेता गला, फिर जंगल में फेंकी लाश,7 दिन में तीसरे भाजपा नेता की हत्या….
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले में इंद्रावती नदी पार माओवादियों ने पूर्व सरपंच और भाजपा के मंडल कार्यसमिति के सदस्य की हत्या कर दी है। पूर्व सरपंच का नाम रामधर अलामी है, जो पिछले 15 सालों से BJP में सक्रिय था। हत्या के बाद माओवादियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं। जिसमें पुलिस की मुखबिरी और बोधघाट परियोजना के संबंध में रुपए लेने की वजह से मौत की सजा देने की बात लिखी है। पिछले 7 दिनों में बस्तर के 3 BJP नेताओं की हत्या की गई है।




Murder of another BJP leader in CG: BJP leader strangled by abduction
डेस्क : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले में इंद्रावती नदी पार माओवादियों ने पूर्व सरपंच और भाजपा के मंडल कार्यसमिति के सदस्य की हत्या कर दी है। पूर्व सरपंच का नाम रामधर अलामी है, जो पिछले 15 सालों से BJP में सक्रिय था। हत्या के बाद माओवादियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं। जिसमें पुलिस की मुखबिरी और बोधघाट परियोजना के संबंध में रुपए लेने की वजह से मौत की सजा देने की बात लिखी है। पिछले 7 दिनों में बस्तर के 3 BJP नेताओं की हत्या की गई है।
बताया जा रहा है कि रामधर अलामी पारिवारिक काम से नारायणपुर के मुरुमवाड़ा, थूलथुली गांव गया था। थूलथुली गांव से नक्सलियों ने उसे अगवा कर लिया और गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। शव को नक्सलियों ने हिकुल गांव के जंगल मे फेंक दिया था। शव के पास से एक पर्चा भी मिला है, जिसमे हत्या की जिम्मेदारी पूर्वी बस्तर डिवीजन कमेटी ने ली है। पर्चे में मुखबिरी के शक में और बोधघाट जल विद्युत परियोजना में पैसे के लेनदेन को लेकर हत्या करने का जिक्र है।
इससे पहले नारायणपुर जिले के बीजेपी उपाध्यक्ष और बीजापुर जिले के मंडल अध्यक्ष की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। याने हफ्ते भर में बस्तर में तीन बीजेपी नेता जान गवां बैठे।7 फरवरी की शाम नारायणपुर के छोटे डोंगर इलाके में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक घटना शाम की है। सोफे पर बैठे सागर साहू टीवी देख रहे थे। अचानक उनके घर का दरवाजा खुला और करीब 4 से 5 की संख्या में नक्सली उनके घर में घुस आए। वे कुछ समझ पाते, इससे पहले उनकी कनपटी पर बंदूक रखकर गोली मार दी। लहूलुहान सागर साहू को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई थी। आपको बता दें कि पांच दिन पहले ही बीजापुर जिले के भाजपा मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम की भी हत्या हुई थी।
वे अपनी साली की शादी की तैयारी के सिलसिले में गांव गए थे, जहां नक्सलियों ने कुल्हाड़ी और चाकू से उनकी हत्या कर दी थी। करीब 30 सालों से राजनीति में सक्रिय पूर्व जनपद पंचायत सदस्य नीलकंठ 15 सालों से उसूर मंडल अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। हफ्ते भर के भीतर हुई तीन बड़ी वारदात में बस्तर के बीजापुर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा में तीन पार्टी नेताओं की हत्या से बीजेपी सकते में है।