'आम' के दीवाने ऐसे भी: 50 सालों में टूटा आम की कीमत का रिकॉर्ड.... आम की हुई अनोखी नीलामी.... 31 हजार रुपए में बिकी इस आम की एक पेटी.... व्यापारियों को बंपर बिक्री की उम्मीद.... ऐसा तो 50 साल में भी नहीं हुआ......
Mango price record broken in 50 years basket bought for 31 thousand rupees bumper sales




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पुणे। आमों के व्यापारियों को लिए बोली लगाना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे आम के सीजन में व्यापार का रास्ता तय होता है। इस समय आम का मौसम आधिकारिक तौर पर शुरू होता है। पुणे के व्यापारियों ने एपीएमसी में आमों की पहली नीलामी में भाग लिया। यहां एक व्यापारी ने अल्फांसो आम की टोकरी 31 हजार रुपए में खरीदा है। आम का सीजन आने वाला है और आमों के राजा अल्फांसो की नीलामी शुरू हो गई है। व्यापारी ने दावा किया है कि यह 50 सालों में सबसे महंगी खरीद है।
एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग आम के टोकरे पर फूलों की माला चढ़ाकर बंपर व्यापार के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। टोकरा खरीदने वाले व्यापारी ने बताया कि जब पहली खेप बाजार में आती है, तो उन्हें इसी तरह से नीलाम किया जाता है। व्यापारी उन्हें सबसे पहले खरीदने की कोशिश करते हैं। उन्होंने बताया कि आमों की शुरुआती खेप उतारना हमेशा अच्छा होता है, क्योंकि इससे व्यापारियों को थोक बाजार में बढ़त हासिल करने में मदद मिलती है। इस साल अल्फांसो की नीलामी 5,000 से शुरू हुई और 31,000 प्रति टोकरा तक गई।
अल्फांसो को "आमों का राजा" भी कहा जाता है। यह सभी फलों में सबसे अच्छा, स्वादिष्ट, मीठा, सुगंधित होता है। अल्फांसो बाकी आमों से बिल्कुल अलग होता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में इसकी फसल होती है, लेकिन सबसे बड़ा उत्पादक महाराष्ट्र ही है। यहां से हर साल करीब 13,000 मीट्रिक टन अल्फांसो आम का एक्सपोर्ट किया जाता है। इसे अंग्रेजी में अल्फांसो, मराठी में हापुस, गुजराती में हाफुस और कन्नड़ में आपूस के नाम से जाना जाता है। एक अल्फांसो आम का वजन करीब 250 ग्राम से 300 ग्राम तक होता है। इसकी खासियत है कि ये पकने के एक हफ्ते बाद तक खराब नहीं होता।