PHOTOS-VIDEO: ठंडी हुई लता मंगेशकर के चिता की आग.... Lata Mangeshkar की अस्थियां इकट्ठी करने शिवाजी पार्क पहुंची फैमिली.... 3 कलशों में रखी गई लताजी की अस्थियां.... दीदी को याद कर भावुक हुए परिजन.... अस्थियां लेकर लौटे भतीजे आदिनाथ.... देखें PHOTOS-VIDEO.......
Maharashtra Legendary singer LataMangeshkar nephew Adinath Mangeshkar collects her ashes




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मुंबई। रविवार को स्वर कोकिला का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। सोमवार को उनके भतीजे आदिनाथ और भाई ह्रदयनाथ मंगेशकर की अस्थियां एकत्र करने के लिए शिवाजी पार्क मुंबई पहुंचे। वहां पर पूरे विधि-विधान से अस्थियों को कलश में रखा गया। इस दौरान पंडित भी मौजूद दिखे जिन्होंने कलश लताजी के भतीजे और अन्य परिजनों के हाथ में सौंपा। लता मंगेशकर का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत ढेरों सेलेब्रिटीज और राजनेता उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे।
अस्थिकलश लेकर लौटे लता के भतीजे
असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर किरण दिघवकर ने कहा, 'हमने अस्थिकलश आदिनाथ को सौंप दिया है। वो लता मंगेशकर के भाई और म्यूजिक कंपोजर ह्रदयनाथ मंगेशकर के बेटे हैं।' क्योंकि लता मंगेशकर जीवन भर अविवाहित थीं इसलिए उनके भाई का परिवार ही उनके अंतिम संस्कार से जुड़ी सभी चीजें कर रहा है।
शाहरुख से लेकर शंकर तक सभी रहे मौजूद
अंतिम संस्कार में शाहरुख खान, रणबीर कपूर, आमिर खान, श्रद्धा कपूर, सचिन तेंदुलकर, अनुराधा पोडवाल, शंकर महादेवन और विद्या बालन समेत ढेरों सेलेब्रिटीज और राजनेता मौजूद थे। उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आदित्य ठाकरे, पीयूष गोयल और शरद पवार सहित तमाम मंत्री भी यहां पर लता दीदी को अंतिम विदाई देने के लिए मौजूद थे। सफेद कपड़े पहने 8 पुजारियों ने अंतिम संस्कार किया। लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ ने चिता को मुखाग्नि दी।
यूं दी गई लता मंगेशकर को विदाई
लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर पूरे सम्मान के साथ शिवाजी पार्क स्टेडियम ले जाया गया। जिस वाहन से उनके पार्थिव शरीर को स्टेडियम ले जाया गया, वह सफेद फूलों से सजाया गया था और उनकी एक विशाल तस्वीर भी लगाई गई थी। पुलिस कर्मियों के साथ मार्च करने के दौरान उनके शव को तिरंगे में लपेटा गया था।
अस्थियां लेने हृदयनाथ के बेटे और लता के भतीजे आदिनाथ मंगेशकर पहुंचें। पंडित ने पूरे रीति-रिवाज से लता की अस्थियों को कलश में भरा और उन्हें आदिनाथ को सौंप दिया। लता की अस्थियां उनके घर प्रभुकुंज निवास ले जाया जाएगा। इस दौरान लता का परिवार सफेद लिबास में उदास भाव में दिखाई दिए। चेहरे पर मास्क के बावजूद उनके माथे की शिकन और झुकी हुई नजरें, साफ बताती हैं कि वे लता दीदी के जाने से कितने दुखी हैं।