रिंग रोड से लगी जमीन पर भूमाफियाओं की टेढ़ी नजर

रिंग रोड से लगी जमीन पर भूमाफियाओं की टेढ़ी नजर
रिंग रोड से लगी जमीन पर भूमाफियाओं की टेढ़ी नजर

बलरामपुर -  जिले में जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का बड़ा मामला सामने आया है ,भू माफियाओं ने 25 वर्ष पहले मृत ब्यक्ति का फर्जी डॉक्युमेंट तैयार करके रिंग रोड के किनारे 2 एकड़ 73 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री करवा दी थी जिसका प्लाट नम्बर 4/11 है ,वही अब मामले का खुलासा होने पर अब राजस्व विभाग आनन फानन में कार्यवाही में जुट गया है ।

""रिंग रोड से लगी जमीन पर भूमाफियाओं की टेढ़ी नजर""

 दअरसल पूरा मामला रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक एक है जहाँ पर रिंग रोड के किनारे करीब 15 घरो की आबादी लंबे समय से निवासरत है ,लेकिन उनको जब इस बात की जानकारी मिली कि जिस जमीन पर उनका घर बना है उस जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करवा ली गई है ,जिसके बाद वार्ड वासियों ने मामले की शिकायत तहसील कार्यालय से लेकर पुलिस विभाग को दी थी ,,

""25 वर्ष पहले ही मृत हो चुका है जमीन का असली मालिक""

मामले में पता चला कि भू माफियाओं ने हल्का पटवारी से मिलीभगत कर वीरेंद्र नगर निवासी सोनसाय पंडो को जमीन का असली मालिक बनाकर और उसका फर्जी डाकुमेंट तैयार कर रिंग रोड से लगी जमीन को नगर के ही दो लोगो के नाम पर रजिस्ट्री कर दी है ,,जिसके बाद मामले की छानबीन में पता चला कि जमीन का असली मालिक की मृत्यु 25 वर्ष पहले ही हो चुकी है और भू माफियाओं ने अब एक ग्रामीण को मोहरा बनाते हुए उसका फर्जी डॉक्युमेंट तैयार कर उसको ही असली जमीन का मालिक बताकर जमीन की रजिस्ट्री करवा दी है ,

""राजस्व विभाग पर लगा मिलीभगत का आरोप ""

वही अब मामले का खुलासा होने के बाद नकली जमीन मालिक से पूछताछ में पता चला कि महावीरगंज गांव के निवासी जेठन सिंह और रेवतीपुर निवासी हामिद जुलाहा ने उसे पैसों का लालच देकर उसके नाम का फर्जी डॉक्युमेंट तैयार कर रजिस्ट्रार कार्यालय में पेश कर दिया गया था ,,वहीँ मामले में वार्ड नंबर एक के शिकायतकर्ता ने पूरे खेल के पीछे नगर के किसी बड़े भू माफियाओं पर आरोप लगाते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जाँच की मांग कर रहे है , वार्ड वासियों ने जमीन खरीदफरोख्त करने वालो का अकाउंट डिटेल जांच मांग की है ताकि मामले का असली मास्टरमाइंड सामने आ सके ।

""वार्ड वासियों की शिकायत के बाद जागा राजस्व विभाग"" 

हालांकि अब मामला उजागर होने के बाद राजस्व विभाग भी अपनी गलतियों को छुपाने के लिए आनन फानन में नकली भू स्वामी गहनी के साथ साथ जेठन सिंह और हामिद जुलाहा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर आगे की विवेचना में जुट गया है ।