Jharkhand MLA in Chhattisgarh : झारखंड में सियासी संकट,विधायकों को छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी…CM हाउस से विधायकों को लेकर निकली 3 बसें…जाने लेटेस्ट अप्डेट….

Jharkhand MLA in Chhattisgarh Jharkhand MLA in Chhattisgarh : झारखंड में हेमंत सोरेन की विधानसभा की सदस्यता जाने के बाद हालात से निपटने की तैयारियों के बीच यूपीए के सभी विधायकों को अपना बैग पैक रखने को कहा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विधायकों को किसी अन्य राज्य में जाने के लिए कहा जा सकता

Jharkhand MLA in Chhattisgarh : झारखंड में सियासी संकट,विधायकों को छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी…CM हाउस से विधायकों को लेकर निकली 3 बसें…जाने लेटेस्ट अप्डेट….
Jharkhand MLA in Chhattisgarh : झारखंड में सियासी संकट,विधायकों को छत्तीसगढ़ लाने की तैयारी…CM हाउस से विधायकों को लेकर निकली 3 बसें…जाने लेटेस्ट अप्डेट….

Jharkhand MLA in Chhattisgarh


Jharkhand MLA in Chhattisgarh : झारखंड में हेमंत सोरेन की विधानसभा की सदस्यता जाने के बाद हालात से निपटने की तैयारियों के बीच यूपीए के सभी विधायकों को अपना बैग पैक रखने को कहा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विधायकों को किसी अन्य राज्य में जाने के लिए कहा जा सकता है और इसीलिए उन्हें सामान पैक कर तैयार रहने को कहा गया है। इन विधायकों को पश्चिम बंगाल या छत्तीसगढ़ में स्थानांतरित किया जा सकता है।हालांकि अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन सभी को तैयार रहने को कहा गया है। 

 

तीनों बसों को पुलिस सुरक्षा में किसी गुप्त स्थान पर ले जाया जा रहा है। पीछे से सीएम हेमंत सोरेन का काफिला भी चल रहा है। बसें अभी खूंटी की ओर जा रही हैं। बताया जा रहा है कि विधायकों को छत्तीसगढ़ शिफ्ट किया जाएगा।इधर, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस बसों में केवल 33 विधायक जा रहे हैं। 10-11 विधायक अभी भी संपर्क में नहीं हैं।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर यूपीए के विधायकों की आज बैठक हुई। इन विधायकों ने शुक्रवार सुबह और शाम को मैराथन बैठकें की थीं।

 

सरकार को कोई खतरा न हो इसकी पूरी रणनीति बनाई जा रही है

Jharkhand MLA in Chhattisgarh : सत्तारूढ़ गठबंधन के सूत्रों ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाई जा रही है कि सरकार को कोई खतरा नहीं हो। झामुमो के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में एक महत्वपूर्ण सहयोगी कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा था कि पश्चिम बंगाल, बिहार या छत्तीसगढ़ जैसे ‘‘मित्र राज्य’’ में एक रिसॉर्ट में विधायकों को रखा जाएगा ताकि बीजेपी उन्हें अपने जाल में नहीं फंसा पाए। हालांकि, उन्होंने कहा कि सोरेन की विधायक के रूप में संभावित अयोग्यता पर निर्वाचन आयोग की राय के बारे में राज्यपाल द्वारा उन्हें सूचित करने के बाद भविष्य की कार्रवाई पर निर्णय लिया जा सकता है।