CG SP के खिलाफ जाँच कर कार्रवाई के निर्देश बिग ब्रेकिंग: ड्राइवर की पिटाई करने वाले SP के खिलाफ जांच के आदेश, IG करेंगे जांच, CM भूपेश बघेल बोले - “कानून सबसे ऊपर”….पढ़िए CM भूपेश ने क्या कुछ कहा………




रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नारायणपुर एसपी उदय किरण के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं। आईजी बस्तर घटना की जांच करेंगे और मुख्यमंत्री को रिपोर्ट देंगे कि एसपी ने अपने ड्राइवर आरक्षक से मारपीट की है अथवा नहीं। बता दें कि आज सुबह ही एसपी नारायणपुर उदय किरण द्वारा मारपीट की घटना सामने आई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर आईजी को गाड़ी की सफाई नहीं करने पर ड्राइवर की पिटाई करने वाले नारायणपुर एसपी यू उदय किरण के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून सबसे ऊपर है, जो भी उसे हाथ में लेगा उस पर कार्रवाई करेंगे.
बता दें कि नारायणपुर एसपी यू उदय किरण पर ड्राइवर जयलाल नेताम ने आरोप लगाया है कि गाड़ी की सफाई नहीं करने पर पिटाई कर दी. घटना के बाद ड्राइवर को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी उन्हें देखने के लिए पहुंचे थे.घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर आईजी पी सुंदरराज को मामले की जांच करने का निर्देश देते हुए मारपीट की पुष्टि होने पर एसपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने इस बात को दोहराया कि कानून सबसे ऊपर है, जो भी उसे हाथ में लेगा उस पर कार्रवाई करेंगे.
इधर इस मामले के बाद राजनीति भी गरमा गई है। सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे और जख्मी ड्राइवर से मुलाकात की।जानकारी के मुताबिक IPS उदय किरण अपने ड्राइवर से गाड़ी साफ करने को लेकर नाराज हो गए, जिसके बाद उन्होंने ड्राइवर की पिटाई कर दी, घटना के बाद चोटिल ड्राइवर को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं।
वाहन चालक का नाम जयलाल नेताम है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पूरे मामले में सोहन पोटाई ने तत्काल एसपी के खिलाफ करवाई की मांग की है।इस पूरे घटनाक्रम पर आदिवासी समाज के नेता व पूर्व सांसद सोहन पोटाई ने कहा कि उदय किरण ने लात-घूंसों से आरक्षक की पिटाई की है। वह चलने की स्थिति में नहीं है। उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। पोटाई ने एसपी उदय किरण को तत्काल पद से हटाने और एट्रोसिटी एक्ट के तहत जुर्म दर्ज करने की मांग की है। इस मामले में आदिवासी समाज की बैठक बुलाई गई है, जिसके बाद यदि शासन की ओर से कार्रवाई नहीं की जाएगी तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। पोटाई के मुताबिक उदय किरण पर यह पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी बर्बरतापूर्वक पिटाई के मामले सामने आ चुके हैं। यह सरकार की अक्षमता है या पुलिस-प्रशासन निरंकुश हो गया है। बता दें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने महासमुंद की घटना पर आईपीएस उदय किरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।