प्रेमियों आदेश का पालन कर ले गए तो गुरु दु:ख के संसार से निकालकर प्रभु तक पहुंचा देंगे

प्रेमियों आदेश का पालन कर ले गए तो गुरु दु:ख के संसार से निकालकर प्रभु तक पहुंचा देंगे
प्रेमियों आदेश का पालन कर ले गए तो गुरु दु:ख के संसार से निकालकर प्रभु तक पहुंचा देंगे

प्रेमियों आदेश का पालन कर ले गए तो गुरु दु:ख के संसार से निकालकर प्रभु तक पहुंचा देंगे

लोगों का शराब मांस छुड़ाओ नहीं तो अज्ञानता में हो जाएंगे खत्म

उड़ीसा : अभी खबर आ रही है उड़ीसा से जहां उज्जैन से आये हुए त्रिकालदर्शी इस समय के महापुरुष सन्त बाबा उमाकांत महाराज ने बताया कि  इतिहास उठाकर देख लो त्रेता में तीन बुराइयों ने रावण का सर्वनाश कर दिया मांस खाता था शराब पीता था उससे जब बुद्धि खराब हो जाती थी दूसरे की औरत को गलत नजर देखता था तो -

एक लाख पूत सवा लाख नाती।
तह रावण घर दिया न बाती।।

 पूरा वंस खत्म हो गया। द्वापर में देख लो महाभारत में 56 करोड़ यदुवंशी 18 दिन के अंदर में खत्म हो गए। राम और कृष्ण खूब समझाया सबक भी सिखाया दूत भी भेजा नहीं समझ आया विनाश काले विपरीत बुद्धि विनाश हुआ अभी तो प्रेमियों समझाने बताने याद दिलाने की जरूरत है कि अच्छा बनने में ही फायदा है अकाल मृत्यु में जाओगे तो भूत प्रेत बन जाओगे।

महाराज ने बताया ये मांसाहार जब से ज्यादा बढ़ा बीमारी, खून की खराबी भूत लगने की वजह से बढ़ी, बहुत से लोगों को भूत लगा हुआ है जीने नहीं दे रहे है सब कुछ होते हुए भी घर में चैन से नींद लेने नही दे रहा है। प्रेमियों इनको बचाना जरूरी है अगर गुरु के आदेश का पालन कर ले गए भक्ति अगर आ गई तो फिर गुरु खुश हो जाते हैं और फिर इस दु:ख के संसार से निकाल करके करके उस प्रभु के पास पहुंचा दिया करते हैं ?